महाराष्ट्र सरकार ने सभी धर्मों स्थलों को खोलने का फैसला लिया, लेकिन इन सख्त नियमों का करना होगा पालन

महाराष्ट्र सरकार ने सभी धर्मों स्थलों को खोलने का फैसला लिया, लेकिन इन सख्त नियमों का करना होगा पालन
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मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Chief Minister Uddhav Thackeray) ने ऐलान किया है कि नवरात्रि (Navratri 2021) के पहले दिन यानी 7 अक्टूबर से राज्य में बहुधार्मिक पूजा स्थल श्रद्धालुओं के लिए कुछ नियमों व शर्तों के साथ खोल दिए जाएंगे।

महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोरोना वायरस के कारण सभी धार्मिक स्थल (Religious Places) बंद हैं। अब राज्य की उद्धव ठाकरे सरकार (Uddhav Thackeray government) ने आखिरकार राज्य में सभी धर्मों के लिए पूजा स्थल खोलने का अहम फैसला लिया है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Chief Minister Uddhav Thackeray) ने ऐलान किया है कि नवरात्रि (Navratri 2021) के पहले दिन यानी 7 अक्टूबर से राज्य में बहुधार्मिक पूजा स्थल श्रद्धालुओं के लिए कुछ नियमों व शर्तों के साथ खोल दिए जाएंगे। अभी कोरोना वायरस का खतरा खत्म नहीं हुए हैं क्योंकि अभी तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में नियमों का पालन करने की जरूरत है। इस संदर्भ में राज्य सरकार ने सभी धार्मिक स्थलों के लिए नियमों की घोषणा की है। जिनका पालन करना अनिवार्य है।

सरकार ने पूजा स्थलों के लिए नियमों की घोषणा की


* धार्मिक स्थलों के प्रवेश द्वार पर सैनिटाइजर के साथ-साथ स्क्रीनिंग की व्यवस्था करना अनिवार्य है।

* जिन लोगों में कोरोना के लक्षण नहीं होंगे। केवल वे ही लोग धार्मिक स्थलों में प्रवेश कर सकेंगे।

* धार्मिक स्थलों में मास्क पहनने या मुंह ढकने वालों को ही एंट्री मिलेगी।

* कोरोना से बचाव के लिए नोटिस बोर्ड लगाना अनिवार्य है। समय समय पर ऑडियो-वीडियो भी धार्मिक स्थलों पर लगाना चाहिए।

* ट्रस्ट को यह तय करना होता है कि एक मंदिर, एक धार्मिक स्थान पर एक ही समय में कितने लोगों को प्रवेश की अनुमति है। उसी हिसाब से प्रवेश दिया जाएगा। इसके लिए स्थानीय प्रशासन से समन्वय बनाए रखना चाहिए।

* धार्मिक स्थलों में प्रवेश करने वालों को अपनी कार में या किसी दूसरी जगह पर जूते और चप्पल उतारनी चाहिए।

* धार्मिक स्थलों के आसपास की दुकानों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना चाहिए। आने और जानें वालों को भी सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना चाहिए।

* धार्मिक स्थलों में प्रवेश करने और बाहर निकलने के अलग-अलग रास्ते होने चाहिए।

* धार्मिक स्थलों में प्रवेश करते समय दोनों के बीच कम से कम 6 फीट की दूरी होनी चाहिए। इसका पालन कराने की जिम्मेदारी धार्मिक स्थलों के प्रबंधन की होगी।

* धार्मिक स्थल में प्रवेश करने से पहले लोगों को साबुन और सैनिटाइजर से हाथ धोना चाहिए।

* धार्मिक स्थलों के भीतर सोशल डिस्टेंसिं का पालन करें। एयर कंडीशन को 24 से 30 डिग्री सेल्सियस पर रखा जाना चाहिए।

* मूर्तियों, धार्मिक ग्रंथों को छुने की अनुमित नहीं होगा।

* धार्मिक स्थलों पर कोई भी बड़ा कार्यक्रम नहीं किया जा सकता है कि जिससे भीड़ लगे।

* भक्त भजन, कीर्तन या अन्य धार्मिक गीत नहीं गा सकंगे। लेकिन, स्पीकर पर धार्मिक गीत बजाए जा सकते हैं, वो भी धीमी आवाज में।

* प्रार्थना करते समय आम चटाई से बचना चाहिए। भक्तों को अपने साथ अपनी चटाई या कोई अन्य कपड़ा साथ लाना चाहिए।

* धार्मिक स्थलों पर प्रसाद वितरण पूरी तरह बंद रहेगा।

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