Manipur में छात्रों की हत्या करने के मामले में चार मुख्य आरोपी गिरफ्तार, जानें क्या बोले सीएम N Biren Singh

Manipur में छात्रों की हत्या करने के मामले में चार मुख्य आरोपी गिरफ्तार, जानें क्या बोले सीएम N Biren Singh
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मणिपुर में दो छात्रों की हत्या मामले में चार मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इसकी जानकारी मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने रविवार को ट्वीट कर दी है। खबरों की मानें तो जब सीएम से दोनों छात्रों के लापता शवों के बारे में पूछे जाने पर बीरेन सिंह ने कहा कि आरोपियों से पूछताछ के बाद उनके शवों की खोज की जाएगी।

Manipur students killing: मणिपुर में दो छात्रों की हत्या मामले में चार मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इसकी जानकारी मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने रविवार को ट्वीट कर दी है। खबरों की मानें तो जब सीएम से दोनों छात्रों के लापता शवों के बारे में पूछे जाने पर बीरेन सिंह ने कहा कि आरोपियों से पूछताछ के बाद उनके शवों की खोज की जाएगी।

दरअसल, मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा- राज्य सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि हत्या के दोषियों को मृत्युदंड सहित अधिकतम सजा मिलेगी। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हत्या की जांच के लिए विशेष निदेशक के नेतृत्व में सीबीआई की एक टीम राज्य में भेजी थी। जिसके कुछ दिनों बाद टीम को रविवार को एक बड़ी सफलता मिली है। सीएम ने कहा कि भारतीय सेना, अर्धसैनिक बलों, असम राइफल्स और राज्य पुलिस के सहयोग से इन चार आरोपियों को अरेस्ट किया गया है।

छह जुलाई से लापता थे दोनों छात्र

जिन दो छात्रों की हत्या हुई थी। वह छह जुलाई से लापता थे। राज्य सरकार ने 23 सितंबर को इंटरनेट सेवाएं पूरी तरह से बहाल करने की घोषणा की थी। इसके कुछ दिनों बाद उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आईं। दो छात्रों की मौत की खबर सामने आने के बाद राज्य में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई और उनके विरोध में 26 और 27 सितंबर को सैकड़ों छात्र सड़कों पर उतर आए। इस प्रदर्शन में कम से कम 45 प्रदर्शनकारी, जिनमें से ज्यादा छात्र थे वो घायल हो गए थे।

मई में भी निलंबित हुई थी इंटरनेट सेवा

प्रदर्शनकारियों ने इंफाल पूर्व के हिंगिंग इलाके में सीएम बीरेन सिंह के पैतृक घर की ओर भी मार्च किया और 28 सितंबर की रात को उन पर हमला करने की कोशिश की थी। लेकिन, सुरक्षा बलों ने उन्हें रोक दिया था। बता दें कि मणिपुर में इंटरनेट सेवाएं पहली बार मई में निलंबित की गई थीं। उस समय मैतेई और कुकी समुदायों के बीच हिंसा भड़की थी।

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