Manipur Violence: मणिपुर पुलिस और असम राइफल्स के बीच तीखी बहस, जानें क्या रही वजह

Manipur Violence: मणिपुर पुलिस और असम राइफल्स के बीच तीखी बहस, जानें क्या रही वजह
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Manipur Violence: मणिपुर राज्य में पुलिस और असम राइफल्स के जवानों के बीच तीखी बहस हो गई है। मणिपुर पुलिस का आरोप है कि असम राइफल्स कुकी समुदाय के साथ मिली हुई है। जानें कुकी और मैतई समुदाय किस पर ज्यादा भरोसा करते हैं...

Manipur Violence: मणिपुर में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। इसी बीच, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें असम राइफल्स (Assam Rifles) के जवान और मणिपुर पुलिस (Manipur Police) के बीच तीखी बहस होती हुई नजर आ रही है। मणिपुर पुलिस असम राइफल के जवानों पर यह आरोप लगा रही है कि उनकी कुकी समुदाय (Kuki Community) के लोगों के साथ मिलीभगत है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, असम राइफल्स की गाड़ियों को क्वाक्टा गोथोले रोड पर ही रोक दिया गया।

अधिकारी की तरफ से क्या बताया गया

रक्षा अधिकारी की तरफ से मामले पर बताया गया कि असम राइफल्स के जवान आदेश का पालन कर रहे हैं। गाड़ियों को सड़क पर पार्क किया गया था, ताकि बफर जोन (Buffer Zone) में किसी भी नियम का उल्लंघन ना हो। उन्होंने कहा कि असम राइफल्स का काम बफर जोन को सुरक्षित बनाना है। ताकि किसी भी समुदाय के लोग एक-दूसरे की तरफ ना जा पाएं।

इससे पहले भी हो चुकी बहस

इससे पहले भी मणिपुर पुलिस और असम राइफल्स के जवानों के बीच विवाद जून में देखा गया था। यह विवाद सुगनू पुलिस स्टेशन में हुआ था, जिसमें झड़प की भी सूचना सामने आई थी। दोनों के बीच विवाद काकचियांग जिले के सुगनू पुलिस स्टेशन के गेट के बंद करने को लेकर हुआ था। हालांकि, आला अधिकारियों के आने के बाद मामला शांत हो गया था।

मणिपुर में फिर भड़की हिंसा

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारियों ने आज बताया कि मणिपुर के इंफाल पश्चिम जिले (Imphal District) में कुछ उपद्रवियों के द्वारा 15 घरों में आग लगा दी गई। इसके बाद बेकाबू भीड़ ने जमकर बवाल काटा था। सुरक्षाबलों ने भीड़ को तितर-बितर करने और स्थिति पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले दागे थे। इसमें कुछ लोग घायल भी हो गए थे, जिन्हें अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। इस जिले में इंटरनेट पर पाबंदी लगी हुई है।

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कुकी और मैतई समुदाय के लोग किस पर करते हैं भरोसा

कुकी समुदाय (Kuki Community) के लोगों का कहना है कि राज्य पुलिस मैतेई समुदाय को सपोर्ट कर रही है, क्योंकि इंफाल में मैतेई का दबदबा कायम है। सीएम एन बीरेन सिंह से लेकर मंत्री तक सब मैतेई समुदाय से ही संबंध रखते हैं। इन्हें राज्य सरकार से ज्यादा केंद्र सरकार पर भरोसा है।

मैतेई समुदाय (Meiti Community) के लोगों का कहना है कि आबादी में कम होने के बाद भी मणिपुर में 90 प्रतिशत जमीन पर कुकी समुदाय के लोगों का नियंत्रण है। कुकी का म्यांमार से सीधा संबंध है। वहां से घुसपैठिए इनकी मदद करने के लिए आते हैं। असम राइफल्स (Assam Rifles) को अपने बाहरी ऑपरेशन में कुकी की जरूरत पड़ती है, इसलिए वो कुकी समुदाय को सपोर्ट कर रहे हैं। साथ ही, उनका मानना है कि इस समुदाय के लोग ड्रग्स का कारोबार करते हैं। उन्होंने कहा कि NRC लागू हो, ताकि इन सभी बाहरी लोगों को बाहर किया जा सके।

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