सलमान खुर्शीद के बाद मनीष तिवारी ने अपनी किताब में यूपीए सरकार की कार्रवाई पर उठाए सवाल, मणिशंकर अय्यर ने केंद्र को घेरा

सलमान खुर्शीद के बाद मनीष तिवारी ने अपनी किताब में यूपीए सरकार की कार्रवाई पर उठाए सवाल, मणिशंकर अय्यर ने केंद्र को घेरा
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मनीष तिवारी (Manis Tewari) की किताब '10 फ्लैशप्वॉइंट्स 20 साल' (10 Flashpoints; 20 Years) में 26/11 हमले के लिए पूर्व की यूपीए सरकार को एक्शन न लेने पर आलोचना की।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता इन दिनों अपनी अपनी किताबों को लिखकर विवादों के घेरे में आ रहे हैं। अब मनीष तिवारी (Manis Tewari) की किताब '10 फ्लैशप्वॉइंट्स 20 साल' (10 Flashpoints; 20 Years) में 26/11 हमले के लिए पूर्व की यूपीए सरकार को एक्शन न लेने पर आलोचना की तो वहीं केंद्र की मोदी सरकार को भी डोकलाम विवाद पर जमकर खिचाई की। बीजेपी (BJP) नेताओं ने मनीष तिवारी की किताब का हवाला देते हुए कांग्रेस की यूपीए सरकार को 26 नवंबर 2008 को हुए हमले के लिए जिम्मेदार बताया।

मनीष तिवारी ने अपने ट्विटर हैंडल से आज सुबह अपनी नई किताब को लेकर ट्वीट किया। तिवारी ने लिखा कि 26/11 हमले के दौरान भारत को पाकिस्तान के खिलाफ एक कड़ा एक्शन लेना चाहिए था। जिस हमले में सैकड़ों लोग बहुत बूरी तरह मारे गए। साथ ही अपनी किताब में उन्होंने कहा कि इस मुद्दे ने भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा की चुनौती को भी प्रभावित किया। बीते दो दशकों में भारत ने इस राष्ट्रीय सुरक्षा की चुनौती को महसूस किया है। प्रत्येक प्रमुख राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौती पर निष्पक्ष रूप से विचार करता है।

वहीं तिवारी ने डोकलाम विवाद के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए निशाना साधा और कहा कि चीन के खिलाफ माउंटेन स्ट्राइक की सभी योजनाओं को ठंडे बस्ते में डालने पर भी आलोचना की। 2017 में डोकलाम विवाद के मुद्दे को टाला जा सकता था। लेकिन इस मुद्दे को उठाया गया। तिवारी ने इसे भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ा नुकसान बताते हुए कहा कि रक्षा योजनाओं को ठंडे बस्ते में डालने के लिए वित्तीय व्यवस्था का हवाला दिया गया।

क्या बोले मणिशंकर अय्यर

एक समय आता है जब शब्दों से ज्यादा कार्रवाई महत्व रखती है। 26/11 हमला एक ऐसा ही वक्त था जब ऐसा करना चाहिए था। इसलिए यह मेरा विचार है कि भारत को 9/11 जैसे हमले की तरह कार्रवाई करनी चाहिए थी। तिवारी ने अमेरिकी में हुए 9/11 हमले की तुलना मुंबई आतंकी हमले से की और कहा कि अमेरिका ने जैसा किया वैसे ही हमले की जरुरत थी। कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने अपना विवादित बयान देते हुए कहा कि पिछले सात साल से हम देख रहे हैं कि हम अमेरिकियों के गुलाम बनकर बैठे हैं। अपने भाषण में अय्यर ने भारत-रूस संबंधों का हवाला देकर अपने बयान को सही ठहराने की कोशिश की।

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