सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरावणे भारत-चीन एलएसी का दौरा कर लौटे, अजीत डोवाल को सौपेंगे ग्राउंड रिपोर्ट

सेनाप्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरावणे गुरुवार को भारत-चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के करीब स्थित मौजूदा विवादित पूर्वी लद्दाख का दौरा खत्म करके राजधानी वापस लौटे हैं। इसके बाद अब वह जल्द ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, अपने समकक्ष वायुसेना और नौसेनाप्रमुखों, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोवाल के अलावा देश के शीर्ष राजनीतिक नेतृत्व को एलएसी पर बने हुए मौजूदा हालात, भारतीय सेना की तैयारियों और चीनी सेना के अतिक्रमण और आक्रामकता को लेकर विस्तार से अपनी गहन विश्लेषण रिपोर्ट सौंपेंगे।
रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि रक्षा मंत्री भी 25 जून को अपनी तीन दिवसीय रूस यात्रा समाप्त कर भारत वापस लौट रहे हैं। इसे देखते हुए आने वाले दिनों में राजधानी में उच्चस्तरीय बैठकों का सिलसिला एक बार फिर से शुरू होने की संभावना जताई जा रही है। गौरतलब है कि एलएसी पर भारत और चीन की सेनाओं के बीच जारी विवाद के बीच यह दूसरा ऐसा मौका था। जब सेनाप्रमुख ने लद्दाख का दौरा कर जमीनी हालात का जायजा लिया।
सैन्य कमांडरों ने दी ब्रीफिंग
सेनाप्रमुख के लद्दाख दौरे की खास बात यह रही कि इस दौरान उन्हे न केवल जम्मू-कश्मीर में तैनात सेना की उत्तरी कमांड के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल वाई.के.जोशी ने एलएसी पर जारी मौजूदा घटनाक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बल्कि सेना की तीन अन्य 14, 15 और 16 कोर के कमांडरों ने भी अपने-अपने इलाके में बने हुए सुरक्षा परिदृश्य और वहां भारतीय सेना की तैयारियों के बारे में व्यापक स्तर पर अवगत कराया। इसके अलावा जनरल नरावणे ने बीते 15 जून को पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में हुई हिसंक झड़प की ग्राउंड रिपोर्ट सैन्य कमांडरों के अलावा घटनास्थल पर चीनी पीएलए सेना से लोहा लेते वक्त घायल हुए भारतीय सेना के जांबाज जवानों से लेह के सैन्य अस्पताल में मुलाकात के दौरान हुई बातचीत में ली। उन्होंने लद्दाख में एलएसी से कुछ दूरी पर बनाई गई सेना की फारवर्ड पोस्ट का भी दौरा किया। यहां उन्होंने प्रत्यक्ष रूप से एलएसी पर बनी हुई सैन्य-सामरिक परिस्थितियों का विश्लेषण भी किया।
चीनी सैनिकों को सबक सिखाने वाले जवानों को प्रदान किए प्रशंसा पत्र
इस दौरान सेनाप्रमुख ने एलएसी पर तैनाती के अलावा चीनी सैनिकों को उक्त झड़प में सबक सिखाने वाले सेना के जवानों का मनोबल बढ़ाने के लिए उन्हें कुछ प्रशंसा पत्र भी प्रदान किए। गौरतलब है कि सेनाप्रमुख के लद्दाख दौरे से कुछ दिन पहले वायुसेनाप्रमुख एयरचीफ मार्शल आर.के.एस भदौरिया ने भी लद्दाख का दौरा कर वायुसेना की जमीनी तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा था कि वायुसेना किसी भी चुनौता का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
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