Pakistan: अर्जन देव शहीदी दिवस पर पाक का बड़ा फैसला, 215 सिख श्रद्धालुओं के लिए वीजा जारी

Pakistan: अर्जन देव शहीदी दिवस पर पाक का बड़ा फैसला, 215 सिख श्रद्धालुओं के लिए वीजा जारी
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Pakistan: गुरु अर्जन देव (Guru Arjan Dev) के शहादत दिवस के अवसर पर पाकिस्तान (Pakistan) ने भारत के 215 सिखों की तीर्थयात्रा के लिए वीजा जारी किया है। पाकिस्तान में 8-17 जून तक गुरु अर्जन देव का शहादत दिवस मनाया जाएगा।

गुरु अर्जन देव (Guru Arjan Dev) के शहादत दिवस के अवसर पर पाकिस्तान (Pakistan) एक वार्षिक उत्सव का आयोजन करने जा रहा है। इसी के मद्देनजर इसमें भारत के सिख तीर्थयात्री (Sikh Pilgrims) भी हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान जाएंगे। पाकिस्तान की तरफ से भारत के 215 सिखों की तीर्थयात्रा के लिए वीजा जारी किया है। इस बात की पुष्टि पाकिस्तान उच्चायोग (Pakistan High Commission) की तरफ से की गई है। पाकिस्तान में 8-17 जून तक गुरु अर्जन देव का शहादत दिवस मनाया जाएगा।

इस मौके पर पर पाकिस्तान उच्चायोग के सदस्य सलमान शरीफ ने अर्जन देव की शहादत दिवस पर आयोजित वार्षिकोत्सव के लिए सभी तीर्थयात्रियों (Pilgrims) की अच्छी यात्रा की कामना की है। बता दें, इस वक्त भारत में पाकिस्तान (Pakistan) का कोई भी स्थायी उच्चायुक्त नहीं है। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान सभी धार्मिक स्थलों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और यहां इनके दर्शन करने आने वाले लोगों को भी अच्छी सुविधा देने के लिए बाध्य है।

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यहां पर तीर्थयात्री करेंगे दर्शन

पाकिस्तान (Pakistan) की तरफ से वीजा जारी करते हुए कहा गया है कि यह 1974 के धार्मिक स्थानों की यात्राओं पर दोनों देशों के प्रोटोकॉल के तहत किया गया है। पाकिस्तान सरकार भी वीजा जारी करने के लिए प्रतिबद्ध है। जिस धार्मिक स्थल पर भारतीय सिख तीर्थयात्री (Sikh Pilgrims) जाएंगे उनमें सिख तीर्थयात्री गुरुद्वारा पंजा साहिब, गुरुद्वारा ननकाना साहिब और गुरुद्वारा करतारपुर साहिब सहित कई पवित्र स्थलों शामिल हैं।

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने नहीं भेजी सूची

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अर्जन देव के शहादत दिवस के अवसर पर इस बार शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) की तरफ से सिखों के नाम की कोई सूची नहीं भेजी गई है। ऐसा 10 सालों में पहली बार हुआ है जब इस अवसर पर एसजीपीसी ने कोई लिस्ट नहीं भेजी है। 2014 से पाकिस्तान एसजीपीसी के सिखों को कई बार वीजा देने से इंकार करता रहा है। इसकी बड़ी वजह नानकशाही कैलेंडर की तारीख के विवाद को लेकर है।

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