Mausam Ki Jankari: इन राज्यों के तटों से आज टकराएगा 'गुलाब' चक्रवात, NDRF और SDRF की टीमें तैनात

Mausam Ki Jankari: इन राज्यों के तटों से आज टकराएगा गुलाब चक्रवात, NDRF और SDRF की टीमें तैनात
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Mausam Ki Jankari: आज ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटों के बीच से 'गुलाब' चक्रवात गुजरेगा। जिससे बड़े नुकसान की आशंका है। इसलिए बचाव और राहत कार्यों के लिए उत्तर तटीय आंध्र जिलों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के तीन और राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) के एक दल को तैनात किया गया है। वहीं, ओडिशा आपदा त्वरित कार्य बल (ODRF) के 42 दलों के साथ दमकल विभाग को कई जिलों में भेजा गया है।

Mausam Ki Jankari देश में बारिश (Rain) के बाद अब चक्रवात तूफान लोगों के लिए मुसीबत बनने जा रहा है। क्योंकि गुलाब चक्रवात आज कई राज्यों पर प्रभाव डालने वाला है। जिससे लेकर केंद्र और राज्य सरकारों ने सुरक्षा की पूरी तैयारी कर ली है। वहीं राहत बचाव दल को भी अलर्ट पर रखा गया है। आज ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटों के बीच से 'गुलाब' चक्रवात गुजरेगा। जिससे बड़े नुकसान की आशंका है। इसलिए बचाव और राहत कार्यों के लिए उत्तर तटीय आंध्र जिलों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के तीन और राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) के एक दल को तैनात किया गया है। वहीं, ओडिशा आपदा त्वरित कार्य बल (ODRF) के 42 दलों के साथ दमकल विभाग को कई जिलों में भेजा गया है।

लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने की तैयारी

केंद्र ने बयान जारी कर कहा है कि विशाखापत्तनम, विजयनगरम और श्रीकाकुलम जिलों में निचले इलाकों से लगभग शिफ्ट करने की योजना बनाई गई है। श्रीकाकुलम में एनडीआरएफ के दो दलों को तैनात किया गया है जहां चक्रवात का अधिक प्रभाव हो सकता है। इसके अलावा विशाखापत्तनम में एक दल को तैनात किया गया है। विशाखापत्तनम में एसडीआरएफ के एक दल को भी आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार रखा गया है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने इन जिलों के मछुआरों से 27 सितंबर तक समुद्र में न जाने को कहा है।

दिल्ली में बारिश का येलो अलर्ट जारी

दिल्ली में बारिश से 121 सालों का रिकॉर्ड टूट सकता है। क्योंकि सितंबर की बारिश अगले दो दिनों के भीतर नया रिकॉर्ड बना सकती है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के लिए यलो अलर्ट जारी करते हुए तेज बारिश की संभावना जताई है। नया रिकॉर्ड बनाने के लिए इस सितंबर में दिल्ली को केवल 13 मिमी बारिश की आवश्यकता है वहीं, इस पूरे वर्ष मानसून का रिकॉर्ड बनाने के लिए 20 मिमी बारिश की जरूरत है। इससे पहले सितंबर में 1944 में 417 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई थी। वहीं, पूरे मानसून में 1933 में 1190.9 मिमी बारिश का रिकॉर्ड है। अभी तक सितंबर में 404 मिमी और पूरे मानसून में 1170 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है।

हिमाचल प्रदेश में अगले पांच दिन रहेगा खराब मौसम

हिमाचल प्रदेश में मानसून के कड़े तेवर देखने को मिल रहा है। मानसून का जाने से पहले प्रदेश में जमकर बरसने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश भर में अगले पांच दिन मौसम खराब रहेगा। राज्य के मैदानी एवं मध्यपर्वतीय इलाकों में 28 और 29 सितंबर को बारिश के साथ अंधड़ व बिजली कड़कने की चेतावनी दी गई है। मौसम विभाग ने इसे लेकर 10 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पाल ने बताया कि गत 24 घंटों के दौरान राज्य में मानसून कमजोर रहा और चुनिंदा क्षेत्रों में हल्की बारिश दर्ज की गई। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अगले चार-पांच दिन मौसम खराब रहेगा। इस दौरान कहीं-कहीं गर्जन के साथ बारिश होने की संभावना है।

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