Haribhoomi Explainer: बॉलीवुड की एवरग्रीन एक्ट्रेस मीना कुमारी की 90वीं जयंती, पढ़िए Meena Kumari की अनसुनी दास्तां

Haribhoomi Explainer: बॉलीवुड की एवरग्रीन एक्ट्रेस मीना कुमारी की 90वीं जयंती, पढ़िए Meena Kumari की अनसुनी दास्तां
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Haribhoomi Explainer: बॉलीवुड की एवरग्रीन एक्ट्रेस मीना कुमारी की 1 अगस्त को 90वीं जयंती है। मीना का जन्म 1 अगस्त, 1932 को हुआ था। मात्र 6 साल की ही उम्र से फिल्मी दुनिया में आकर मीना कुमारी ने 60 के दशक में फिल्मी दुनिया में राज किया था। आइए आज हम आपको हरिभूमि एक्सप्लेनर के माध्यम से मीना कुमारी से जुड़ी खास बातें बताने जा रहे हैं, जिन्हें कम लोग ही जानते हैं।

Haribhoomi Explainer: जब हम बॉलीवुड (Bollywood) के स्वर्ण युग (Golden Age) की बात करते हैं, तो उस युग की भव्यता का उदाहरण देने वाले अभिनेताओं में से एक मीना कुमारी (Meena Kumari) हैं। महजबीन बानो (Mehjabeen Bano) के रूप में जन्मी मीना कुमारी बहुमुखी प्रतिभा की धनी महिला थीं। वह उन कुछ बाल कलाकारों में से एक थीं, जो नायिका बनने में सफल रहीं। दिल टूटने और सामाजिक निंदा का सामना करने वाली महिलाओं के मार्मिक चित्रण के लिए उन्हें ट्रेजेडी क्वीन (Tragedy Queen) उपनाम भी मिला था। 1 अगस्त को मीना कुमारी की 90वीं जयंती (90th Birth Anniversary) है। आइए आज के हरिभूमि एक्सप्लेनर के माध्यम से हम आपको मीना कुमारी की कहानी बताते हैं।

जन्म लेते ही मिला अनाथालय

अपनी आवाज से हर किसी को दीवाना बना लेने वाली अदाकारा मीना कुमारी का जन्म जब हुआ, तो उनके पिता ने उन्हें अनाथालय (Orphanage) में लेजाकर छोड़ दिया था, क्योंकि उनके पास इतने पैसे नहीं थे कि वो एक लड़की का पालन पोषण कर सकें। हालांकि, मीना की मां के प्यार और जिद के चलते उनके पिता उन्हें फिर घर ले आए थे।

बेबी मीना से की थी करियर की शुरुआत

मीना कुमारी का जन्म महजबीन बानो के रूप में हुआ था और उन्होंने अपने करियर की शुरुआत छह साल की बाल कलाकार के रूप में की थी। उनकी शुरुआती अधिकांश फिल्में विजय भट्ट (Vijay Bhatt) के साथ थीं। साल 1940 में जब वे एक ही भूल फिल्म के लिए फिल्मांकन कर रहे थे तभी भट्ट ने कुमारी का नाम बदलकर बेबी मीना (Baby Meena) रख दिया। यही वह टैग था जिसके साथ उन्होंने एक बाल कलाकार के रूप में काम किया, जो आगे चलकर मीना कुमारी बन गया।

मीना कुमारी की दुखद प्रेम कहानी

मीना कुमारी को एक बार किशोर कुमार के भाई अशोक कुमार ने फिल्म निर्माता कमाल अमरोही से मिलवाया था। बाद में कमाल ने मीना को अपनी एक फिल्म में काम करने की पेशकश की, लेकिन 21 मई, 1951 को मीना कुमारी एक भयानक मोटर दुर्घटना का शिकार हो गईं और लगभग चार महीने तक अस्पताल में भर्ती रहीं, इसलिए यह काम शुरू होने से पहले ही रुक गया।

अपने दुखद हादसे के बाद मीना अवसाद से पीड़ित हो गईं और कमाल नियमित रूप से उनसे मिलने अस्पताल जाते थे। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि जब मीना और कमाल की प्रेम कहानी शुरू हुई, तो कमाल एक शादीशुदा आदमी थे और उनके तीन बच्चे थे।

कमाल के साथ मीना कुमारी की असफल शादी

अस्पताल में रहने के दौरान कमाल ने उन्हें अवसाद से बाहर निकलने में मदद की। रोमांस यहीं खत्म नहीं हुआ, मीना को अस्पताल से छुट्टी मिलने के तुरंत बाद दोनों के बीच लंबी बातें होती रही।

मीना कुमारी के पति कमाल ने अनारकली के लिए मीना को साइन किया, लेकिन जब यह फिल्म शुरू होने वाली थी, तो निर्माता को भारी वित्तीय स्थिति का सामना करना पड़ा और फिल्म बंद हो गई। इन सबके बीच, मीना कुमारी ने 14 फरवरी, 1952 को मीना की बहन महलिका की उपस्थिति में एक गुप्त निकाह समारोह में कमाल अमरोही से शादी कर ली। मीना तब केवल 18 साल की थीं और कमाल 34 साल के थे।

जब मीना कुमारी ने कहा मेरे और वेश्या में क्या फर्क रहा

मीना कुमारी की शादी कमाल अमरोही के साथ हुई थी, जो एक मुस्लिम थे। एक बार मीना के शौहर कमाल अमरोही ने मीना से नाराज हो कर उन्हें तलाक दे दिया था। नाराजगी खत्म होने के बाद कमाल अमरोही को अपने फैसले पर पछतावा हुआ और फिर उन्होंने उनसे दोबारा निकाह करना चाहा, लेकिन तब इस्लाम धर्म के अनुसार एक बार तलाक के बाद फिर से निकाह के पहले मीना कुमारी का हलाला करना पड़ेगा।

तब कमाल अमरोही ने मीना कुमारी का हलाला करवाने के लिए अपने दोस्त और जाने माने एक्ट्रेस जीनत अमान के पिता अमान उल्ला खान के साथ मीना कुमारी का निकाह करवाया। जिसके चलते मीना कुमारी को अपने नए शौहर के साथ हमबिस्तर होना पड़ा था। मीना कुमारी ने अपनी जिंदगी में हुए इस हादसे को लेकर कहा था कि जब मुझे धर्म के नाम पर अपने जिस्म को दूसरे मर्द को सौंपना पड़ा, तो फिर मेरे में और वेश्या में कोई फर्क नहीं रह गया।

धर्मेंद्र के साथ मीना कुमारी का कथित अफेयर

एक लोकप्रिय अभिनेत्री होने के नाते मीना का नाम कथित तौर पर धर्मेंद्र सहित हिंदी फिल्म उद्योग के कई प्रमुख अभिनेताओं के साथ जुड़ा था। कमाल से अलग होने के बाद मीना और धर्मेंद्र की नजदीकियों की अफवाहें उड़ीं। धर्मेंद्र यह स्वीकार करने से कभी पीछे नहीं हटे कि वह आज जो कुछ भी हैं, वह सब मीना कुमारी की वजह से हैं। जब धर्मेंद्र इंडस्ट्री में नए थे, तब मीना पहले से ही एक स्थापित अभिनेत्री थीं।

शराब के कारण हुई थी मीना कुमारी की मौत

मीना कुमारी अभिनेता धर्मेंद्र की बेवफाई से सदमे में चली गई थी और बहुत अधिक शराब पीने लगी थीं। यही नहीं धर्मेन्द्र ने एक बार मीना को सबके सामने थप्पड़ मारा था। मात्र 39 साल की ही उम्र में 31 मार्च, 1972 को ज्यादा शराब पीने के कारण मीना कुमारी की मौत हो गई।

मीना कुमारी की हिट फिल्में

बैजू बावरा

इस फिल्म के साथ मीना कुमारी फिल्मफेयर जीतने वाली पहली अभिनेत्री बनी थीं। फिल्म का साउंडट्रैक उस्ताद अमीर खान और पंडित डीवी पलुस्कर के आज गावत मन मोरा जैसे गानों के साथ शानदार था।

आजाद

मीना कुमारी और दिलीप कुमार अभिनीत आजाद 1955 में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली हिंदी फिल्म थी और दशक की सबसे बड़ी हिट फिल्मों में से एक थी। यह नायडू की तमिल फिल्म मलाइकल्लन की रीमेक फिल्म थी।

एक ही रास्ता

इस फिल्म में मीना कुमारी की जोड़ी सुनील दत्त के साथ नजर आयी थी। न केवल यह अपने समय में एक सफल जोड़ी थी, बल्कि कुमारी महान अभिनेता नरगिस की करीबी दोस्त भी थीं, जिनकी शादी दत्त से हुई थी।

यहूदी

बिमल रॉय द्वारा निर्देशित और मीना कुमारी और दिलीप कुमार द्वारा अभिनीत, यह फिल्म आगा हश्र कश्मीरी के नाटक यहूदी की लड़की पर आधारित है, जो मूल रूप से 1913 में प्रकाशित हुई थी। फिल्म के साउंडट्रैक में ये मेरा दीवानापन है गाना शामिल था।

काजल

काजल गुलशन नंदा के उपन्यास माधवी पर आधारित है। फिल्म मां इंति देवता (1980) की तेलुगु रीमेक का निर्देशन पद्मनाभम ने किया था।

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