ये हैं मोदी सरकार के नवरत्न- जिन्होंने 5 साल को बनाया बेमिसाल

प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने अपने शासनकाल के इन 5 बरसों में अनेक सराहनीय कार्य किए। पूरे विश्व ने प्रधानमंत्री के विचारों और शक्ति का लोहा माना। स्वतंत्रता के बाद भारत पहली बार विश्व शक्ति बनकर उभरा। उधर देश में इन पांच वर्षों में बहुत ही तीव्र गति से कार्य हुए। इतने बड़े और अकल्पनीय कार्य एक दूरद्रष्टा, कर्मठ, ईमानदार और शानदार प्रधानमंत्री के नेतृत्व और उनके दृढ़ निश्चय के कारण ही संभव हो सके, लेकिन यहां यह जानना भी जरुरी है कि मोदी सरकार में ऐसे नवरत्न मंत्री कौन हैं जिन्होंने मोदी के सपनों को साकार करने में अपनी अहम भूमिका निभाई।
सरकार के कामकाज के अनुसार यूं तो कम से कम 15 मंत्री ऐसे हैं जिन्होंने बेहतर परिणाम दिए। फिर भी जिन नौ मंत्री को शिखर पर रखा जा सकता है। उनमें राजनाथ सिंह, अरुण जेटली, नितिन गडकरी, सुरेश प्रभु, सुषमा स्वराज, मनोहर पर्रिकर,निर्मला सीतारमण, धर्मेन्द्र प्रधान, पियूष गोयल और राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के नाम लिए जा सकते हैं। राजनाथ सिंह ने गृह मंत्री के रूप में जो बड़ी उपलब्धि हासिल की वह यह कि मोदी सरकार के 5 वर्षों में जम्मू-कश्मीर को छोड़कर कहीं भी कोई आतंकवादी हमला नहीं हुआ।
फिर हाल ही में कश्मीर में राष्ट्रपति शासन के बाद वहां आतंकवादियों के सफाए, देश विरोधी संगठनों पर प्रतिबन्ध, ऐसे कई नेताओं की सुरक्षा हटाने और कुछ को जेल में डालने के साथ पत्थरबाजों को सबक सीखाने में भी राजनाथ सिंह ने जो काम किये, वह सराहनीय हैं। अरुण जेटली ने वित्त मंत्री के रूप में जीएसटी को लागू करने के साथ बिना कोई कर बढ़ाए आयकर प्रणाली को चुस्त दुरुस्त किया। पांच लाख रूपये तक की आय को कर मुक्त करके जेटली ने बहुतों को बड़ी राहत दी।
उधर नोटबंदी के फैसले से अफरातफरी जैसे हालातों को जेटली ने जिस तरह नियंत्रित और सामान्य किया, वह भी बड़ी बात थी। जेटली ने सीमित अवधि में 32 करोड़ लोगों के जनधन खाते खुलवाकर भी कीर्तिमान बनाया। उधर भ्रष्टाचार पर लगाम कसने के लिए नए अधिनियम के तहत बेनामी संपत्ति, अघोषित विदेशी आय और आर्थिक भगोड़ों की संपत्तियों को जब्त करने के विभिन्न कदमों से पहली बार आर्थिक अपराधियों पर शिकंजा कसा।
महंगाई पर लगाम और जीडीपी की औसत दर 7.3 प्रतिशत होना भी पीएम मोदी और जेटली के प्रयासों से संभव हो पाया। मोदी सरकार अच्छे काम वह भी कुछ अलग ढंग से कर रही है इसका पहला खूबसूरत संदेश तब लोगों के बीच गया जब सुरेश प्रभु और सुषमा स्वराज जैसे दो मंत्रियों ने ट्विटर के माध्यम से ही लोगों की समस्या तुरंत हल करने के अद्धभुत कार्य किए। सुषमा स्वराज ने ट्विटर पर आई जहां पासपोर्ट और वीजा की समस्याओं का समाधान किया।
विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस लाना या उनके वेतन या किसी अन्य समस्या का हल, वहां की सरकार से बात करके करना, बताता रहा कि देश विदेश में बसे लोग मात्र एक ट्विट से विदेश मंत्री के संपर्क में हैं। सुषमा ने पासपोर्ट बनवाने के जटिल कार्य को आसान और फटाफट किया। पाक सहित कई देशों के रोगियों को अपने यहां चिकित्सा सुविधाएं दिलवाने और पाक से गीता की स्वदेश वापसी जैसे उनके काम भी भुलाए नहीं भूलते।
ऐसे ही सुरेश प्रभु ने रेल मंत्री रहते हुए रेल यात्रा के दौरान अपने ट्विटर पर आई विभिन्न समस्याओं का जिस तरह समाधान किया वह किसी चमत्कार जैसा था। यदि कोई यात्री चलती ट्रेन में रेल मंत्री को शिकायत करता कि उसे स्वास्थ्य संबंधित समस्या हो रही है तो अगले स्टेशन पर डॉक्टर उस यात्री के पास पहुंच जाता। ऐसे ही गाड़ी के डिब्बे में गंदगी की शिकायत करने पर अगले स्टेशन पर ही सफाई कर्मचारी उस डिब्बे में होता।
गाड़ियों से रेलवे स्टेशन तक का आधुनिकीकरण करके सुरेश प्रभु ने बेमिसाल काम किया। बाद में विमानन और वाणिज्य मंत्री रहते हुए भी सुरेश प्रभु ने जहां उड़ान योजना से हवाई यात्राओं को सस्ता कराके निम्न आय वालों का हवाई यात्रा का सपना साकार किया, वहां सीमित अवधि में 35 नए हवाई अड्डों का निर्माण भी उनकी बड़ी उपलब्धि है। स्टार्टअप और मेक इन इंडिया की सफलता में भी सुरेश प्रभु का अहम योगदान है।
इन मंत्रियों के साथ नितिन गडकरी तो मोदी सरकार के ऐसे नवरत्न मंत्री हैं जिन्होंने जो कहा उसे समय से पूर्व करके दिखाया। गडकरी ने राष्ट्रीय राज मार्ग और फ्लाईओवर आदि के निर्माण के साथ जलमार्ग निर्माण में भी क्रांति कर दी। पहले देश में सिर्फ 5 जलमार्ग थे, लेकिन गडकरी ने 5 साल में ही 106 नए जलमार्ग बना दिए। वहां प्रतिदिन 27 किमी राजमार्ग बनाने के लक्ष्य तक पहुंच कुल 34 हज़ार किमी राजमार्ग बनाकर और गांव-गांव तक सड़कों का जाल बिछाने के साथ नदियों की स्वच्छता में भी गडकरी ने नए आयाम बनाए। इन नवरत्न के साथ एक नवरत्न वह जो अब दुनिया में नहीं हैं, मनोहर पर्रिकर।
मंत्रिमंडल में पर्रिकर ज्यादा दिन नहीं रहे, लेकिन रक्षा मंत्री के रूप में सेना को 'वन रैंक वन पेंशन' के जटिलता भरे काम को लागू करने के साथ, आधुनिक हथियार और गर्मी-सर्दी से बचाव वाली आधुनिक वर्दियां देकर उन्होंने कई बड़े काम किए। सर्जिकल स्ट्राइक भी उन्हीं के कार्यकाल में हुआ। उनके बाद निर्मला सीतारमण भी अपना दायित्व बहुत अच्छे से निभा रही हैं। सरकार में जिन कार्यों की सराहना हुई उनमें 7 करोड़ महिलाओं को गैस कनेक्शन देना भी है।
यह उज्ज्वला योजना के तहत पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान के प्रयासों से संभव हो पाया। देश के हर गांव में बिजली पहुंचाना और 32 करोड़ एलईडी वितरण करना पियूष गोयल और आरके सिंह नके कारण संभव हो पाया। इन सबके जिन मंत्री ने सभी का दिल जीता वह हैं, राज्यवर्धन सिंह राठौड़। खेल और सूचना प्रसारण मंत्रालय में राठौड़ ने शानदार काम किया।
खेलो इंडिया, खेल प्रतिभा खोज पोर्टल और राष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय की स्थापना के साथ प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को प्रतिवर्ष 5 लाख रूपये की सहायता भी दी गई। राठौड़ के प्रयासों से भारत अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अधिक पदक जीतने में सफल रहा। शिक्षा के चहुंमुखी विकास के लिए प्रकाश जावडेकर और आयुष्मान, नए अस्पताल और जन औषधि केन्द्रों की स्थापना में जे पी नड्डा जैसे मंित्रयों ने भी बहुत अच्छे काम किए।
लेखक- (वरिष्ठ पत्रकार- प्रदीप सरदाना)
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