मोदी सरकार का गन्ना किसानों को उपहार, एफआरपी को बढ़ाकर 290 रुपये प्रति क्विंटल किया

मोदी सरकार का गन्ना किसानों को उपहार, एफआरपी को बढ़ाकर 290 रुपये प्रति क्विंटल किया
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इससे चीनी का निर्यात व इथेनॉल का उत्पादन बढेगा, तथा गन्ना किसानों को भी समय से भुगतान होगा। इसके अलावा उन्होंने कहा कि आज केंद्र सरकार के द्वारा गन्ना किसानों के लिए लिए गए फैसले से 5 करोड़ किसानों और उनके परिवारों को लाभ होगा।

केंद्र कि मोदी सरकार (modi government) ने बुधवार को गन्ना किसानों के हक में बड़ा निर्णय लिया है। इस बात की जानकारी केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल (piyush goyal) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दी है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, कैबिनेट के द्वारा लिए गए निर्णय पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि आज कैबिनेट बैठक (cabinet meeting) में गन्ने पर दिए जाने वाले फेयर एंड रिम्यूनरेटिव प्राइस ( fair and remunerative price- FRP) को बढ़ाकर 290 रुपये प्रति क्विंटल करने का फैसला हुआ है, ये 10 प्रतिशत रिकवरी पर आधारित होगा।

5 करोड़ किसानों और उनके परिवारों को होगा लाभ

इससे चीनी का निर्यात व इथेनॉल का उत्पादन बढेगा, तथा गन्ना किसानों को भी समय से भुगतान होगा। इसके अलावा उन्होंने कहा कि आज केंद्र सरकार के द्वारा गन्ना किसानों के लिए लिए गए फैसले से 5 करोड़ किसानों और उनके परिवारों को लाभ होगा। आज के इस फैसले के बाद किसानों को उनके खर्च पर 87% का रिटर्न होगा। एफआरपी के माध्यम से हम सुनिश्चित करते हैं कि हमारे गन्ना किसानों को बाकी सब फसलों से ज़्यादा दाम मिले।

86 करोड़ का भुगतान किसानों को हो चुका

अगर किसी किसान की रिकवरी 9.5% से कम होती है तो उन्हें 275.50 रुपये प्रति क्विंटल मिलेंगे। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने आगे कहा कि 2020-21 में गन्ना किसानों को 91,000 करोड़ रुपये का भुगतान करना था जिसमें 86,000 करोड़ का भुगतान हो गया है। ये दिखाता है कि केंद्र सरकार की योजनाओं के कारण अब गन्ना किसानों को पहले की तरह सालों-साल अपने भुगतान के लिए संघर्ष नहीं करना पड़ता है।

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