Money Laundering Case: झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन को ED का समन, झामुमो ने जताई कड़ी आपत्ति

झारखंड (Jharkhand) के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Chief Minister Hemant Soren) को प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने खनन घोटाले (Mining Scam) में तलब किया है। केंद्रीय जांच एजेंसी के सामने सोरेन को पेश होना है। इसी साल सितंबर में ईडी ने मामले में सोरेन के सहयोगी पंकज मिश्रा को गिरफ्तार किया था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को कथित अवैध खनन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए 3 नवंबर को बुलाया है। अधिकारियों ने बुधवार को जानकारी देते हुए कहा कि सोरेन को गुरुवार को सुबह 11 बजे रांची में ईडी कार्यालय पर पेश होने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि एजेंसी धनशोधन रोकथाम कानून यानी पीएमएलए के तहत मुख्यमंत्री से पूछताछ और बयान दर्ज करना चाहती है।
झामुमो ने जारी किया बयान
ईडी द्वारा सीएम हेमंत सोरेन को भेजे गए समन पर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने कड़ी आपत्ति जताई। झामुमो ने कहा है कि यह 2019 के जनादेश का अतिक्रमण करने जैसा है। साल 2020 में मौजूदा सरकार को अस्थिर करने की साजिश रची गई। झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि सीबीआई मनरेगा घोटाले की जांच कर रही है। लेकिन ईडी ने इसकी जांच शुरू कर दी। बाद में यह खनन पट्टा जांच में बदल गया।
ईडी सोरेन के सहयोगियों को कर चुकी है गिरफ्तार
ईडी ने इससे पहले सोरेन के सहयोगी पंकज मिश्रा और दो अन्य को इस मामले में गिरफ्तार किया था। एजेंसी ने कहा है कि उसने राज्य में अवैध खनन से संबंधित अपराधों की अब तक 1,000 करोड़ रुपये मिले हैं। बता दें कि ईडी की जांच तब शुरू हुई जब एजेंसी ने 8 जुलाई को मिश्रा और उनके कथित सहयोगियों पर छापा मारा। जिसमें झारखंड के साहिबगंज, बरहेट, राजमहल, मिर्जा चौकी और बरहरवा समेत 19 जगहों पर छापेमारी हुई। इसमें अवैध खनन और जबरन वसूली के कथित मामलों से जुड़े मामले शामिल हैं। मनी लॉन्ड्रिंग की जांच झारखंड के साहिबगंज के बरहरवा पुलिस स्टेशन में मिश्रा और अन्य के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी के आधार पर शुरू हुई। बाद में अवैध खनन का आरोप लगाने वाले और मामले इसके दायरे में आए।
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