संसद के मानसून सत्र का 10वां दिन, कृषि बिल के विरोध के बीच दोनों सदन से FCRA को मिली हरी झंडी

संसद के मॉनसून सत्र का आज दसवां दौर चल रहा है। इस दौरान कई बिल पर दोनों सदन से मुहर भी लग चुका है। हालांकि कई बिलों पर विपक्षों की नाराजगी देखी गई है। इनमें से सबसे ज्यादा विरोध कृषि बिल को लेकर हैं, जो किसान, विपक्ष दल और खुद सरकार के कुछ मंत्रियों में अभी भी विरोध जारी है।
वहीं, आज एक और बिल FCRA यानी विदेशी अभिदाय (विनियमन) संशोधन विधेयक, 2020 को राज्यसभा में पेश किया गया। जहां राज्यसभा से भी पास हो गया है। यह बिल लोकसभा से पहले ही पारित हो चुका है।
अर्हित वित्तीय संविदा द्विपक्षीय नेटिंग विधेयक राज्यसभा में पेश
इसके अलावा अर्हित वित्तीय संविदा द्विपक्षीय नेटिंग विधेयक को भी राज्यसभा में पेश किया गया है। हालांकि इस बिल पर अभी राज्यसभा में पक्ष और विपक्ष के बीच बहस जारी है। उम्मीद जताई जा रही है कि इस बिल पर भी राज्यसभा से हरी झंडी मिल सकती है।
यह बिल लोकसभा से पहले ही पारित हो चुका है। सूत्रों के मुताबिक, सरकार का उद्देश्य है कि इस बिल के जरिए देश के वित्तीय बाजार में अर्हित यानी योग्य वित्तीय संविदाओं की द्विपक्षीय नेटिंग की प्रवर्तनीयता का उपबंध करके वित्तीय स्थायित्व सुनिश्चित करने का प्रावधान किया जा सकें।
राज्यसभा को अनिश्चित काल के लिए स्थगित करने का फैसला
केंद्र सरकार ने राज्यसभा में कहा कि सत्र को समय से पहले खत्म करना पड़ा रहा है। इसका कारण है कि राज्यसभा को अनिश्चित काल के लिए स्थगित करने का फैसला लिया गया है। हालांकि अब तक लोकसभा से पारित हो चुके बिल को आज राज्यसभा से पारित करा दिया जाएगा।
ओम बिड़ला ने विपक्षी सांसदों से की मुलाकात
उधर, मंगलवार को कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष दल ने राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही का बहिष्कार किया। इसके बाद विपक्षी सांसद सदन से वॉकआउट कर गए। इस मुद्दे पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने विपक्षी सांसदों से मुलाकात की।
जिस पर उन्होंने विपक्षी सांसदों को सदन के बाहर नहीं बल्कि भीतर रहना की सलाह दी। बता दें कि विपक्षी नेताओं के वॉकआउट का कारण राज्यसभा में हुई घटना है।
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