मुंबई में शरद पवार के आवास पर हंगामा और पत्थरबाजी, 105 आरोपी अरेस्ट, एनसीपी प्रमुख बोले- वे गुमराह हुए

मुंबई में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार के आवास के सामने महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (MSRTC) के सैकड़ों हड़ताली कर्मचारियों ने जमकर हंगामा (Ruckus) किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने शरद पवार (Sharad Pawar) के खिलाफ नारेबाजी की और उनके आवास पर जूते-चप्पल फेंकने के साथ पत्थरबाजी (Stone Pelting) भी की। पुलिस (Mumbai Police) ने प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने में खासी मशक्कत करनी पड़ी। मामले में 105 आरोपियों को अरेस्ट किया गया है। वहीं एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी प्रतिक्रिया दी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शरद पवार से कहा है कि उन्हें (कर्मचारियों को) गुमराह किया जा रहा है। एसटी कर्मचारी और हमारा बहुत पुराना रिश्ता है, पिछले 40-50 वर्षों में मैंने उनके साथ कोई सत्र नहीं छोड़ा है। इस बार विरोध के लिए गलत रास्ता चुना और आज की यह घटना उसका परिणाम है।
They are being misled. ST employees & we've a very old relationship, in last 40-50 yrs I've not missed any session with them. This time protest was shown wrong path&result of that is an incident of today:NCP chief Sharad Pawar on MSRTC protest outside his house
— ANI (@ANI) April 8, 2022
(File pic ) pic.twitter.com/u92DfTEeYk
इससे पूर्व राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) ने शरद पवार से फोन पर बातचीत की और पूरी घटना की जानकारी ली। उनसे बातचीत करने के बाद मुंबई के पुलिस कमिश्नर संजय पांडेय को मामले में कार्रवाई करने के आदेश दिए। साथ ही शरद पवार की सुरक्षा में हुई खामी की भी जांच करने को कहा है। पुलिस ने अभी तक इस मामले में 105 आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है। इस मामले में आरोपियों की संख्या और भी ज्यादा बढ़ सकती है।
इस मांग को लेकर किया प्रदर्शन
महाराष्ट्र परिवहन विभाग के कर्मचारी पिछले करीब पांच महीने से हड़ताल पर हैं। उनकी मांग है कि राज्य परिवहन की बसों का निजीकरण नहीं होना चाहिए। प्रदर्शनकारी जब हंगामा कर रहे थे तो उस वक्त शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने भी प्रदर्शनकारी से बात करने पहुंची। इस दौरान वो हाथ जोड़कर भी प्रदर्शनकारियों से बात करती नजर आईं, लेकिन वो मांगें पूरी न होने तक अपनी बात पर अड़े रहे। हालांकि पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद प्रदर्शनकारियों पर नियंत्रण पा लिया।
इस घटना की महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप पाटिल ने निंदा की है। उन्होंने कहा कि पिछले 50-60 सालों में ऐसा कहीं नहीं हुआ है। पवार साहब लगातार जनहित के लिए काम करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से गलत काम है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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