National Pollution Control Day 2021: जानें क्यों मनाते हैं राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस, कब हुई थी इसकी शुरुआत

1984 में भोपाल गैस त्रासदी (Bhopal Gas Tragedy) में अपनी जान गंवाने वाले हजारों लोगों और बढ़ते प्रदूषण की समस्याओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए भारत हर साल 2 दिसंबर को राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस (National Pollution Control Day) मनाती है। भोपाल गैस त्रासदी के दौरान पूरा शहर गैस चैंबर (Gas Chamber) बन गया था, जिसमें 3788 लोगों की जान चली गई थी।
राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस का मुख्य उद्देश्य औद्योगिक आपदा प्रबंधन ( Industrial Disaster Management) और उसके नियंत्रण के लिए जागरूकता फैलाना है। राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस वायु प्रदूषण (Air Pollution) के दुष्प्रभावों को समझने के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य पोर्टल (National Health Portal) के अनुसार, वायु प्रदूषण के कारण हर साल 70 लाख लोग अपनी जान गंवाते हैं।
हालात इतने खराब हैं कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हर 10 में से 9 लोगों तक शुद्ध हवा नहीं पहुंच पाती है। हवा में मौजूद प्रदूषक हमारे दिल, दिमाग और फेफड़ों को बुरी तरह प्रभावित कर रहे हैं। भोपाल गैस त्रासदी दुनिया की सबसे बड़ी औद्योगिक त्रासदी है। ताकि ऐसी घटना दोबारा न हो इसलिए राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस मनाया जाता है।
प्रदूषण नियंत्रण दिवस 2021 का विषय लोगों को उन चीजों से अवगत कराना है, जो हम दुनिया के प्रदूषण को रोकने और प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कर सकते हैं। प्रदूषण उन चीजों में से एक है जो दिन प्रतिदिन इस धरती को गंदा कर रहा है। हरित पथ को लागू करना हमारा कर्तव्य है ताकि लोग आसानी से प्रदूषण को नियंत्रित कर सकें। इस दिन उन लोगों को भी याद करना जरूरी है जो प्रदूषण की आपदाओं के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं।
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