नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े को बताया फर्जी व्यक्ति, लगाए संगीन आरोप

नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े को बताया फर्जी व्यक्ति, लगाए संगीन आरोप
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फर्ज़ी मामले बनाना, लोगों से बड़े पैमाने पर पैसा वसूल करना और वो ही पैसा बिल्डरों के पास पार्क करना।

महाराष्ट्र की उद्घव ठाकरे सरकार में मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुंबई एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े को फर्जी व्यक्ति बताया है। इसके अलावा नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा है कि समीर वानखेड़े एक फर्जी व्यक्ति है। इसका जन्म प्रमाण पत्र समीर दाऊद वानखेड़े का है। इसने जन्म प्रमाण पत्र में छेड़छाड़ की और उनके पिताजी ने धर्मांतरण करने के बाद जो नाम बदला था उसे दुरुस्त किया। इसी आधार पर उसने अपना जाति प्रमाण पत्र निकाला।

आगे कहा कि आईआरएस के उम्मीदवारों के अधिकारों को फर्जीवाड़ा करके छीना गया है। फर्ज़ी मामले बनाना, लोगों से बड़े पैमाने पर पैसा वसूल करना और वो ही पैसा बिल्डरों के पास पार्क करना। इसने बड़े पैमाने में फर्ज़ी मामले बनाए, लोगों को डराया, पैसे वसूल किए।

नवाब मलिक ने अपने ट्विटर अकाउंट से एक जन्म प्रमाण पत्र की कॉपी ट्वीट कर इशारों में कहा है कि समीर वानखेड़े के पिता और मां मुस्लिम थे। उन्होंने अब फर्जी जाति सर्टिफिकेट बनवाया है। दावा किया गया है कि यह बर्थ सर्टिफिकेट समीर वानखेड़े का है। इन आरोपों पर समीर वानखेड़े ने भी पलटवार किया है। समीर ने कहा है कि वह एक हिंदू पिता और मुस्लिम मां के बेटे हैं। वानखेड़े ने यह भी कहा कि उनपर लगाए गए आरोप न सिर्फ अपमानजनक हैं बल्कि यह उनके परिवार की निजता पर हमला है।

आपको जानकारी के लिए बता दें कि क्रूज ड्रग्स केस में मुंबई एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के खिलाफ इंटरनल विजिलेंस जांच शुरू हो गई है। नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के डिप्टी डायरेक्टर जनरल और एजेंसी के चीफ विजिलेंस ऑफिसर ज्ञानेश्वर सिंह का कहना है कि वे समीर वानखेड़े के खिलाफ खुद जांच की निगरानी कर रहे हैं।

बता दें, किरण गोसावी के बॉडीगार्ड रहे प्रभाकर सैल ने एक हलफनामे में कई चौंकाने वाले दावे किए। प्रभाकर ने बताया कि किरण गोसावी ने आर्यन खान को छोड़ने के लिए 25 करोड़ रुपये की मांग की थी। लेकिन 18 करोड़ में बात हो गई थी। किरण गोसावी ने कथित रूप से कहा था कि इस 18 करोड़ में से 8 करोड़ समीर वानखेड़े को जाएंगे। बाकी बचे पैसे दूसरों में बंटेंगे। उन्होंने यह भी कहा है कि एनसीबी ने गवाह बनाकर उनसे 10 ब्लैंक पेपर पर हस्ताक्षर भी कराए थे। अब इसी मामलें को लेकर आईबी ने समीर के खिलाफ जांच शुरू कर दी है।

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