Israel-Gaza संघर्ष के बीच शरद पवार ने कहा, 'फिलिस्तीन मुद्दे पर भारतीय सरकार के बीच भ्रम'

Israel-Gaza संघर्ष के बीच शरद पवार ने कहा, फिलिस्तीन मुद्दे पर भारतीय सरकार के बीच भ्रम
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Israel-Hamas War: एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि फिलिस्तीन मुद्दे और इजराइल-हमास युद्ध पर भारत सरकार में भ्रम की स्थिति में है। साथ ही, उन्होंने पीएम के बयान पर पलटवार भी किया है। पढ़ें विस्तृत रिपोर्ट...

Israel-Hamas War: इजरायल और चरमपंथी संगठन हमास के बीच कई दिनों से संघर्ष जारी है। इसमें अब तक 8,000 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। इसी बीच, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार ने आज इजरायल-गाजा संघर्ष पर भारत सरकार के रुख पर सवाल खड़े किए हैं। पवार ने कि फिलिस्तीन मुद्दे पर भारत सरकार के बीच भ्रम की स्थिति बनी हुई है। भारत की नीति फिलिस्तीन का समर्थन करने की थी, इजरायल का नहीं। उन्होंने कहा कि फिलिस्तीन में हजारों लोग मर रहे हैं और भारत ने कभी इसका समर्थन नहीं किया। इसलिए वर्तमान सरकार में भ्रम की स्थिति है।

शरद पवार ने कहा- भारत सरकार भ्रम में

शरद पवार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक दिन इजराइल के साथ एकजुटता' व्यक्त की थी और कुछ दिन बाद विदेश मंत्रालय ने कुछ और कहा। पवार ने कहा कि 8 अक्टूबर को पीएम मोदी ने कहा कि इजरायल पर हमास के हमलों की खबर से गहरा झटका लगा। साथ ही, कहा कि हम इस कठिन समय में इजरायल के साथ एकजुटता से खड़े हैं। उन्होंने 10 अक्टूबर को इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात करने के बाद इजरायल के लिए अपना समर्थन दोहराया।

कुछ दिनों बाद 12 अक्टूबर को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत फिलिस्तीन के संप्रभु, स्वतंत्र और व्यवहार्य राज्य की स्थापना के लिए अपने दीर्घकालिक समर्थन में विश्वास करता है। शरद पवार ने फ़िलिस्तीन मुद्दे के प्रति भारत की नीति में बदलाव की आलोचना की।

पीएम मोदी के बयान पर किया पलटवार

इसके अलावा शरद पवार ने कृषि मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल पर पीएम मोदी के बयान पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का पद महत्वपूर्ण है इसलिए एक पीएम को अपने संवैधानिक कद को ध्यान में रखते हुए बयान देना चाहिए। पवार ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि महाराष्ट्र में एक कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने उन्हें क्यों निशाना बनाया।

शरद पवार ने कहा कि पीएम मोदी शिरडी में साईं बाबा के दर्शन के लिए गए थे, वहां शरद पवार के दर्शन करने की क्या जरूरत थी। अगर आप देशव्यापी तस्वीर देखें, तो ऐसे कई राज्य हैं जहां भाजपा सत्ता में नहीं है। उनकी सरकार अन्य दलों में कुछ तोड़फोड़ के बाद आई है और जहां भी भाजपा सरकार है, वे कमजोर स्थिति में हैं। इसी कमजोरी और सत्ता खोने के डर ने पीएम को ऐसे बयान देने के लिए मजबूर किया होगा।

पीएम ने शरद पवार को लेकर की थी टिप्पणी

बता दें कि पीएम मोदी ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार का नाम लिए बिना कहा था कि किसानों के नाम पर वोट की राजनीति करने वालों ने आपको पानी की एक-एक बूंद के लिए तरसा दिया। महाराष्ट्र में कुछ लोगों ने किसानों के नाम पर सिर्फ राजनीति की हैं। महाराष्ट्र के एक वरिष्ठ नेता ने देश के कृषि मंत्री के रूप में कार्य किया। मैं व्यक्तिगत रूप से उनका सम्मान करता हूं, लेकिन उन्होंने किसानों के लिए कुछ भी नहीं किया।

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