राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों से खुलासा, बिहार नहीं देश के इन राज्यों में नकली शराब पीने से 7000 लोगों की मौत

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों से खुलासा, बिहार नहीं देश के इन राज्यों में नकली शराब पीने से 7000 लोगों की मौत
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हाल ही में बिहार राज्य में जहरीली शराब से कई लोगों की मौत हो गई। शराब कांड का मामला बिहार की विधानसभा से लेकर देश की संसद तक उठा।

हाल ही में बिहार राज्य में जहरीली शराब से कई लोगों की मौत हो गई। शराब कांड का मामला बिहार की विधानसभा से लेकर देश की संसद तक उठा। इसी ताजे मामले के बीच राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की ताजा रिपोर्ट सामने आई है। जिसमें सभी को चौंका दिया है। क्योंकि यहां बात बिहार की ही नहीं भारत की हो रही है और उसके राज्यों में हो रही मौत के आंकड़ों की हो रही है।

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़े बताते हैं कि नकली शराब पीने से भारत में बीते 6 साल के अंदर सात हजार लोगों की जान चली गई है। नकली शराब से ज्यादातर मौतें मध्य प्रदेश, कर्नाटक और पंजाब जैसे राज्यों में हुई हैं। एक आकंड़े के मुताबिक, साल 2016 से 2021 तक यानी 6 साल के अंदर नकली शराब की वजह से कुल 6,954 लोगों मौत हो गई। देश में प्रतिदिन औसतन तीन से अधिक लोगों की मौत सिर्फ शराब पीने से हो रही है। जबकि बिहार में 2016 से पूरी तरह से शराब बंद है।

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़े

2016 में 1,054 लोगों की मौत

2017 में 1,510 लोगों की मौत

2018 में 1,365 लोगों की मौत

2019 में 1,296 लोगों की मौत

2020 में 947 लोगों की मौत

2021 में 782 लोगों की मौत

बिहार में जहरीली शराब से मौत का आंकड़ा

अप्रैल 2016 में बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद जहरीली शराब से 200 से ज्यादा लोगों की जान चली गई। उत्तर प्रदेश में 137, पंजाब में 127 और मध्य प्रदेश में 108 लोगों की मौत सिर्फ नकली शराब पीने की वजह से हुई है। एनसीआरबी के आंकड़े, 2016 में 16 से 18 अगस्त के बीच बिहार के गोपालगंज जिले में जहरीली शराब पीने से 19 लोगों की मौत हो गई थी। जो राज्य में शराबबंदी के बाद जहरीली शराब से मौत का यह पहला बड़ा मामला था और अगर एनसीआरबी के आंकड़ों की बात करें तो 2016 से 2021 तक बिहार में सिर्फ 23 लोगों की मौत हुई थी।

एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार, बिहार में 2016 में 6, 2017 में 1, 2018 में एक भी नहीं, 2019 में 9, 2020 में 6 और 2021 में जहरीली शराब से 2 मौतें हुईं। लेकिन हकीकत इसके बिल्कुल उलट थी। मीडिया के आंकड़ों में 200 लोगों की जान चली गई थी। ताजा मामला छपरा, भागलपुर और सीवान से सामने आया है, जहां अब तक 70 लोगों की मौत हो चुकी है।

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