राजीव रघुवंशी होंगे DCGI के नए प्रमुख, कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने दी मंजूरी, जानें कौन हैं नए चेयरमैन

राजीव रघुवंशी होंगे DCGI के नए प्रमुख, कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने दी मंजूरी, जानें कौन हैं नए चेयरमैन
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राजीव रघुवंशी DCGI के नए प्रमुख होगें। कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने उन्हें भारत के नए ड्रग कंट्रोलर जनरल के नए चेयरमैन के रुप मंजूरी दी है। पढ़ें कौन है राजीव रघुवंशी।

वर्तमान में राजीव रघुवंशी भारतीय फार्माकोपिया आयोग में सचिव और साइंटिफिक डायरेक्टर हैं। उन्हें तीन साल के लिए डीसीजीआई का प्रभार सौंप दिया गया है, जो कि 28 फरवरी, 2025 को खत्म होगा। संघ लोक सेवा आयोग की ओर से शीर्ष पद के लिए रघुवंशी की सिफारिश की थी, जिसने संभावित उम्मीदवारों का इंटरव्यू किया था जिसमें उनकी प्रोफाइल का आकलन किया गया था।

कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने राजीव रघुवंशी को भारत के ड्रग कंट्रोलर जनरल के नए चेयरमैन के रूप नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। इसकी जानकारी 22 फरवरी को जारी एक आधिकारिक रिलीज में दी गई। रघुवंशी वर्तमान समय में भारतीय फार्माकोपिया आयोग में सचिव और साइंटिफिक डायरेक्टर हैं। उन्हें तीन साल के लिए डीसीजीआई का प्रभार सौंप दिया गया है, जो 28 फरवरी, 2025 को खत्म होगा। यूपीएससी की तरफ रघुवंशी की सिफारिश की थी, जिसके बाद कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने उसे मंजूरी दे दी है।

वहीं, संघ लोक सेवा आयोग बताया कि पिछले महीने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को बताया था कि आयोग को मिले पात्र अधिकारियों के बायोडाटा के आकलन के आधार पर और 27 जनवरी को उनके साथ व्यक्तिगत बातचीत करने के बाद उन्हें शॉर्ट टर्म कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर ड्रग कंट्रोलर पद पर नियुक्ति के लिए डॉ. रघुवंशी की अनुरोध करते हैं। रिलीज में कहा गया कि ये कॉन्ट्रैक्ट उनके पद संभालने से 28 फरवरी, 2025 तक लागू रहेगा।

कौन हैं राजीव रघुवंशी

डॉ राजीव रघुवंशी 16 फरवरी, 2021 को सचिव-सह-वैज्ञानिक निदेशक के रूप में आईपीसी में शामिल हुए थे। उन्होंने आईआईटी-बीएचयू, वाराणसी से स्नातक और परास्नातक और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इम्यूनोलॉजी, नई दिल्ली से पीएचडी पूरी की है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इम्यूनोलॉजी में सात साल तक काम करने के बाद, वह अग्रणी भारतीय बहुराष्ट्रीय दवा कंपनी रैनबैक्सी लेबोरेटरीज लिमिटेड में जुड़ गए फिर इन्होंने रैनबैक्सी लेबोरेटरीज के साथ 12 साल काम किया। इसके बाद वह हैदराबाद के डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज लिमिटेड चले गए, जहां उन्होंने 11 साल तक काम किया।

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