आर्यन खान ड्रग्स केस में आया नया मोड़: गवाह का दावा- 'समीर वानखेड़े को इतने करोड़ देने की हुई थी बात

आर्यन खान ड्रग्स केस में आया नया मोड़: गवाह का दावा- समीर वानखेड़े को इतने करोड़ देने की हुई थी बात
X
एनसीबी के मुथा अशोक जैन ने प्रेस नोट जारी कर कहा, एनसीबी की मुंबई जोनल यूनिट के अपराध संख्या 94/2021 के गवाह प्रभाकर सेल का एक हलफनामा सोशल मीडिया के माध्यम से मेरे संज्ञान में आया है।

बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान (Shah Rukh Khan Son Aryan Khan) के ड्रग्स केस में नया मोड़ सामने आया है। किरण गोसावी (Kiran Gosavi) के बॉडीगार्ड रहे प्रभाकर सैल (Prabhakar sail) ने एक हलफनामे (affidavit) में कई चौंकाने वाले दावे किए हैं। मीडिया में आईं खबरों के मुताबिक, प्रभाकर (Prabhakar) ने बताया कि किरण गोसावी ने आर्यन खान (Aryan Khan) को छोड़ने के लिए 25 करोड़ रुपये की मांग की थी।

लेकिन 18 करोड़ में मामला सेटल करने को राजी हो गए थे। किरण गोसावी (Kiran Gosavi) ने कथित रूप से कहा था कि इस 18 करोड़ में से 8 करोड़ समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) को जाएंगे। बाकी बचे पैसे दूसरों में बंटेंगे। उन्होंने यह भी कहा है कि एनसीबी ने गवाह बनाकर उनसे 10 ब्लैंक पेपर पर हस्ताक्षर भी कराए थे। इसकी अगली सुबह प्रभाकर सैल को टोरेडो (Toredo) भेजा गया था, जहां उनसे एक सफेद गाड़ी से 50 लाख रुपए लिए थे।

लेकिन गोसावी (Kiran Gosavi) ने सैल (sail) को वापस होटल (hotel) भेज दिया था, जहां उसने पैसे सैम (Sam) को वापस किए। वहां सैम ने कहा कि पैसों में 12 लाख रुपये कम हैं और यह सिर्फ 38 लाख हैं। इसके बाद सैम (Sam) ने किरण गोसावी (Gosavi) से बात की जिसने जवाब में उसे पैसे 2 से 3 दिन में लौटाने का वादा किया था। एनसीबी के मुथा अशोक जैन ने प्रेस नोट जारी कर कहा, एनसीबी की मुंबई जोनल यूनिट के अपराध संख्या 94/2021 के गवाह प्रभाकर सेल का एक हलफनामा सोशल मीडिया के माध्यम से मेरे संज्ञान में आया है। हलफनामे में प्रभाकर ने 2 अक्टूबर 2021 को अपनी गतिविधियों की डिटेल दी है।

चूंकि वह मामले में गवाह है और जैसा कि मामला अदालत और उप-न्यायिक के समक्ष है, उन्हें सोशल मीडिया के बजाय इसे अदालत के सामने पेश करने की जरूरत है क्योंकि वे मामले में इस केस में चश्मदीद हैं। प्रभाकर द्वारा कुछ लोगों पर बातों को सुनने के आधार पर इल्जाम लगाए गए हैं।

हमारे जोनल डायरेक्टर मुंबई जोनल यूनिट समीर वानखेड़े ने इन आरोपों का स्पष्ट रूप से खंडन किया है। चूंकि एफिडेविट की कुछ सामग्री सतर्कता मामलों से संबंधित है, इसलिए मैं एफिडेविट को डायरेक्टर जनरल नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो को बढ़ा रहा हूं और उनसे अनुरोध करता हूं कि इसपर जरूरी एक्शन लें।

Tags

Next Story