निर्भया गैंगरेप केस : दोषी मुकेश का बड़ा आरोप, बोला मेरे साथ जेल में हुआ यौन उत्पीड़न

Nirbhaya Gang Rape Case : निर्भया गैंगरेप केस मामले में चारों दोषियों को मौत की सजा सुना दी गई है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के द्वारा खारिज की गई दया याचिका के खिलाफ दोषी मुकेश सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की।
सुप्रीम कोर्ट में आज तीन जजों की बेंच दोषी मुकेश सिंह की याचिका पर सुनवाई की। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को दिल्ली के गैंगरेप और हत्या के चार दोषियों में से एक मुकेश कुमार सिंह की याचिका पर अपना आदेश सुरक्षित रख लिया, जिसमें 17 जनवरी को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा दया याचिका खारिज कर दी गई थी।
दोषी की वकील ने रखी ये दलीलें
बता दें कि सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में वकील अंजना प्रकाश दोषी मुकेश को ओर से दलील रखी। इस दौरान वकील ने कहा कि जेल में मुकेश का यौन उत्पीड़न हुआ था। उस समय प्रिजन ऑफिसर वहां थे, लेकिन उन्होंने सहायता नहीं की।
मुकेश को उस दौरान अस्पताल लेकर जाया गया। बाद में मुकेश को दीन दयाल उपाध्याय हॉस्पिटल ले जाया गया। मुकेश की वकील ने कहा वो मेडिकल रिपोर्ट कहां है? इसके साथ ही मुकेश की तरफ से उनकी वकील ने कहा कि उसके भाई राम सिंह की हत्या कर दी गई।
जबकि जेल अधिकारी का कहना है कि उसने फांसी लगाकर आत्महत्या की, लेकिन उसका एक हाथ खराब था। वो खुद फांसी लगाकर आत्महत्या कैसे कर सकता है। दोषी मुकेश का कहना है कि मैं एफआईआर दर्ज कराना चाहता था।
मुकेश की वकील ने तिहाड़ जेल प्रशासन पर बड़ा आरोप भी लगाया। मुकेश की वकील ने कहा कि उसकी क्यूरेटिव याचिका खारिज होने से पहले ही उसे एकांत कारावास में रखा गया था।
दोषी पवन के पिता की याचिका हो चकी है खारिज
बता दें कि इससे पहले अदालत ने दोषी पवन के पिता की याचिका को खारिज कर दिया था। पवन के पिता ने कोर्ट में याचिका दाखिल कर इकलौते गवाह की विश्वसनीयता पर सवाल उठाया गया था।
दोषियों को एक फरवरी को होगी फांसी
बता दें कि कोर्ट के द्वारा चारों दोषियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी किया जा चुका है। दोषियों को एक फरवरी को दिल्ली की तिहाड़ जेल में फांसी दी जाएगी। सभी दोषी फांसी की सजा को टालने के लिए एक-एक कर कोर्ट में कोई न कोई याचिका दाखिल कर रहे हैं।
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