कृषि ग्रामीण विकास बैंकों के सम्मेलन में बोले अमित शाह, सहकारी सेक्टर के लिए कोई डेटाबेस नहीं,किसानों को लेकर कहीं ये बड़ी बात

कृषि ग्रामीण विकास बैंकों के सम्मेलन में बोले अमित शाह, सहकारी सेक्टर के लिए कोई डेटाबेस नहीं,किसानों को लेकर कहीं ये बड़ी बात
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केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि देश के सहकारिता क्षेत्र के लिए कोई डेटाबेस नहीं है। इसके बावजूद ये सेक्टर कई दशकों की यात्रा को पूरा कर चुका है।

दिल्ली (Delhi) में कृषि ग्रामीण विकास बैंकों (Agricultural Rural Development Banks) के सम्मेलन में शामिल हुए गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने सहकारिता सेक्टर (cooperative sector) को लेकर एक बड़ा बयान दिया और कहा कि अभी तक इस क्षेत्र से जुड़ा कोई डेटाबेस मौजूद नहीं था। लेकिन अब हमारी सरकार ने इस पर काम करना शुरू कर दिया है। ये क्षेत्र कई दशकों की यात्रा पूरी कर चुका है।

केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि देश में सहकारिता क्षेत्र के लिए कोई डेटाबेस नहीं है। इसके बावजूद ये सेक्टर कई दशकों की यात्रा को पूरा कर चुका है। अमित शाह ने इस क्षेत्र के रोडमैप की तैयारियों के बीच ग्रामीण विकास बैंकों की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान संबोधित करते हुए कहा कि हमारे पास सहकारिता का कोई डेटा नहीं है। हम इसके विस्तार के बारे में तब तक नहीं सोच सकते हैं, जब तक की सहकारिता डेटाबेस न हो।

संबोधन के दौरान शाह ने कहा कि न तो हमारे पास मच्छवारों की सहकारिता सोसायटी के लिए डेटाबेस है और न ही हमारे पास सिंचाई विभाग में काम करने वाले सहकारिता समितियों का डेटाबेस है। उन्होंने कहा कि कितने गांव प्राथमिक कृषि ऋण सोसाइटी के लाभ से वंचित हैं, जिसके पास डेटाबेस नहीं है। शाह ने ऐलान किया कि हम डेटाबेस को बनाने का काम शुरू कर चुके हैं।

अमित शाह ने साफ कहा कि मुझे लगता है कि इसके जरिए बड़ा लाभ होगा। विस्तार तभी हो सकता है जब आप जानते हैं कि आपको कहां पर विस्तार करना है। यदि आप नहीं जानते हैं कि कहां पर विस्तार करना है तो विस्तार नहीं हो सकता है। कृषि ग्रामीण विकास बैंक के समर्थन के बिना, हम किसानों की आय दोगुनी करने के पीएम मोदी के सपने को पूरा नहीं कर सकते हैं। कृषि क्षेत्र के विकास के लिए दीर्घकालिक वित्त के विस्तार की आवश्यकता पर बल दिया।

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