सीएम नवीन पटनायक ने भ्रष्ट IFS अधिकारी अभय कांत पाठक की अनिवार्य सेवानिवृत्ति के लिए केंद्र सरकार से की सिफारिश, जानें पूरा मामला

ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने केंद्र की मोदी सरकार से भ्रष्ट आईएफएस अधिकारी अभय कांत पाठक की अनिवार्य सेवानिवृत्ति के लिए सिफारिश की है। यह पहली बार है जब किसी भ्रष्ट आईएफएस अधिकारी की अनिवार्य सेवानिवृत्ति के लिए सिफारिश की गई है।
ओडिशा के सीएम ने अनिवार्य सेवानिवृत्ति की सिफारिश करते हुए मोदी सरकार को खत लिखा है। सीएम नवीन पटनायक ने पत्र में लिखा कि यह पहली बार है कि भ्रष्टाचार के आधार पर ओडिशा सरकार द्वारा एक आईएफएस अधिकारी की अनिवार्य सेवानिवृत्ति के लिए सिफारिश की गई है।
राज्य सतर्कता विभाग (State Vigilance Department) ने अभय कांत पाठक और उनके बेटे आकाश पाठक को अब तक 20 करोड़ से अधिक की अवैध संपत्ति अर्जित करने के सबूत के साथ गिरफ्तार किया था। दोनों अब जेल में हैं। अभय कांत पाठक अपने बेटे आकाश पाठक के साथ गिरफ्तारी से पहले अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक, योजना, कार्यक्रम और वनीकरण के रूप में कार्य करते थे।
आरोप है कि अभय कांत पाठक ने अपने बेटे आकाश पाठक के बैंक खातों में अपनी अघोषित संपत्ति का नकद जमा कर रहे थे। और वह अपने बेटे को टाटा मोटर्स के फर्जी एमडी के रूप में धोखाधड़ी करने में मदद कर रहे थे।
उनके बेटे को भी क्राइम ब्रांच ने जालसाजी, धोखाधड़ी और बेरोजगार युवाओं को टाटा मोटर्स में नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे मोटी रकम लेकर ठगी करने के मामले में गिरफ्तार किया है। इस मामले में टाटा मोटर्स ने एफआईआर दर्ज कराई थी।
पत्र में सीएम ने लिखा है कि अभय कांत पाठक खुद मर्सिडीज, बीएमडब्ल्यू जैसी उच्च-ब्रांड की महंगी कारों का इस्तेमाल कर रहे थे। लॉकडाउन के दौरान, अभय कांत पाठक और उनका बेटा चार्टर्ड प्लेन से पूरे भारत में उड़ान भर रहे थे और शानदार 5 स्टार और 7 स्टार होटलों में रह रहे थे। दोनों बाप-बेटे अपनी संपत्ति को दिखाने के लिए निजी सुरक्षा गार्ड व बाउंसर का उपयोग कर रहे थे।
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