ओडिशा: दलित व्यक्ति ने मंदिर के लिए चंदा देने से किया इनकार, सरपंच ने थूक से नाक रगड़वाई- केस दर्ज

ओडिशा: दलित व्यक्ति ने मंदिर के लिए चंदा देने से किया इनकार, सरपंच ने थूक से नाक रगड़वाई- केस दर्ज
X
सूत्रों के मुताबिक, तिखिरी गांव के सरपंच चमेली ओझा ने मंदिर के लिए चंदा जुटा रहे थे। सरपंच जब चंदे के लिए दलित युवक के घर पहुंचे तो उसने कहा वह कोई पैसा नहीं दे पाएगा।

ओडिशा (Odisha) के तिखीरी गांव (Tikhiri village) के एक दलित व्यक्ति को स्थानीय मंदिर में पूजा के लिए 500 रुपये देने से इनकार कर दिया। जिसके बाद दलित व्यक्ति को कथित तौर पर सार्वजनिक रूप से अपने थूक (spit) में अपनी नाक रगड़ने (Nose Rub) के लिए मजबूर किया गया था। यह घटना केंद्रपाड़ा जिले (Kendrapara district) के तिखीरी गांव की बताई जा रही है। इसके बाद बेरोजगार दलित युवक ने गांव के सरपंच के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

सूत्रों के मुताबिक, तिखिरी गांव के सरपंच चमेली ओझा ने मंदिर के लिए चंदा जुटा रहे थे। सरपंच जब चंदे के लिए दलित युवक के घर पहुंचे तो उसने कहा वह कोई पैसा नहीं दे पाएगा। क्योंकि उसने पहले ही मूर्ति के लिए दान कर दिया था। व्यक्ति के चंदा नहीं देने से सरपंच नाराज हो गए और व्यक्ति के बीच बहस छिड़ गई। सरपंच ने कथित तौर पर युवक और उसकी पत्नी को गालियां भी दीं।

अगली शाम को सरपंच ने बैठक बुलाई और उस युवक को भी यहां पर बुलाया गया। वहां उसे अपने थूक में अपनी नाक रगड़ने या चेहरे को बहिष्कृत करने के लिए मजबूर किया गया था। हालांकि घटना शनिवार को हुई, लेकिन मंगलवार को मरसाघई पुलिस ने चमेली ओझा और कुछ ग्रामीणों के खिलाफ मामला दर्ज किया।

मारसाघई आईआईसी प्रदीप्त कानूनगो ने बताया कि चमेली ओझा और अन्य आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 143, 342, 323, 504 और 506 और अनुसूचित जाति और जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। हमने लगभग 60 ग्रामीणों के बयान दर्ज किए हैं। आगे की जांच चल रही है।

गांव के एक सूत्र ने बताया कि घटना के पीछे राजनीतिक मंशा थी। पिछले पंचायत चुनाव में युवक की पत्नी ने चमेली ओझा के खिलाफ चुनाव लड़ा था। हालांकि, चमेली ने चुनाव जीत लिया था। तब से युवा और ओझा के बीच अनबन रहती है। पीड़िता के बेटे ने बताया कि व्यक्तिगत हिसाब चुकता करने के लिए, सरपंच ने एक ग्राम सभा बुलाई। इस सभा में हमें बहिष्कृत करने के लिए ग्रामीणों को हमारे परिवार के खिलाफ खड़ा कर दिया। सजा से बचने के लिए मेरे पिता को माफी मांगनी पड़ी, हमने कुछ भी गलत नहीं किया है।

Tags

Next Story