Parali Video: पंजाब में अपील दिखी बेअसर, खेतों में पराली जल रही अंधाधुंध, देखें वीडियो

देश के कई राज्यों में वायु प्रदूषण (Air Pollution) का असर देखने को मिल रहा है। पंजाब में पराली (Burning Stubble) जलाने से किसान (Farmers) बाज नहीं आ रहे हैं। जहां बीती रात दिल्ली एनसीआर (Delhi NCR) में लोगों ने पटाखों (Firecrackers) पर बैन के बावजूद आतिशबाजी की। जिसकी वजह से प्रदूषण का स्तर दिल्ली-एनसीआर में बढ़ गया है और दिल्ली का एक्यूआई (Delhi AQI) 479 पर है।
एएनआई से बातचीत के दौरान एक किसान ने बताया कि अमृतसर के किसान पराली जलाना बंद करने के लिए सरकार से 7,000 रुपये प्रति एकड़ की मांग रहे हैं। लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है। एक किसान ने बताया कि हमें मजबूरी के कारण पराली को आग लगानी पड़ती है, कोई भी किसान पराली नहीं जलाना चाहता।
#WATCH | Punjab: Stubble burning continues in Amritsar; visuals from Attari village. pic.twitter.com/EjIEfOpUM8
— ANI (@ANI) November 5, 2021
जानकारी के लिए बता दं कि पंजाब में जहां 24 अक्टूबर को पराली जलाने के मामले शून्य थे, वहीं 29 अक्टूबर से अब तक 1353 मामले सामने आए हैं। गुरुवार को भी अमृतसर में कई जगहों पर पराली जलाई गई। पंजाब में 31 अक्टूबर को 2895 जगहों पर और 1 नवंबर को 1796 जगहों पर सबसे ज्यादा पराली जलाई गई। सबसे ज्यादा पराली जलाने का काम तरनतारन, अमृतसर और फिरोजपुर में किया जा रहा है।
वैसे तो पंजाब में पराली जलाने के रकबे में पिछले साल की तुलना में 25 फीसदी की कमी आई है, लेकिन हैरानी की बात यह है कि इस साल मामले ज्यादा हैं। विशेषज्ञों ने दिवाली के दौरान पराली जलाने के मामलों में वृद्धि की चेतावनी दी थी। इसके बाद सरकार ने जिलों में पेट्रोलिंग बढ़ाने के निर्देश जारी किए थे. पंजाब में इस साल कुल 30.66 लाख हेक्टेयर में धान उगाया जा रहा है। इस साल अब तक राज्य में धान की बुआई का रकबा करीब 4.35 लाख हेक्टेयर है, जो पिछले साल 5.70 लाख हेक्टेयर था। 1.35 लाख हेक्टेयर में करीब 25.22 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। पिछले कुछ दिनों में खेतों में पराली जलाने के और मामले सामने आए हैं।
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