Parliament Budget Session: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया, लोकसभा की कार्यवाही कल 11 बजे तक के लिए स्थगित

Parliament Budget Session Live: संसद का बजट सत्र (Budget session) आज से शुरू हो गया है। परंपरा के अनुसार, बजट सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति के अभिभाषण से हो गई है। जानकारी के अनुसार, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक सर्वेक्षण (Economic Survey) पेश कर दिया है। इसी के साथ हंगामा के चलते लोकसभा की कार्यवाही कल सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। वहीं 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) साल 2022-23 का केंद्रीय बजट (Union Budget) पेश करेंगी। लोकसभा सचिवालय ने रविवार को बताय कि संसद का बजट सत्र सोमवार से शुरू होकर 8 अप्रैल को समाप्त होगा। सत्र का पहला भाग 11 फरवरी तक चलेगा। 12 फरवरी से 13 मार्च तक का अवकाश होगा। इसके दौरान स्थायी समितियां मंत्रालयों/विभागों की अनुदान मांगों की जांच करेंगी और उस पर रिपोर्ट तैयार करेंगी। लोकसभा सचिवालय की प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि कुल 29 बैठकें होंगी।
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राष्ट्रपति ने लाखों स्वाधीनता सेनानियों को नमन किया
संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि कोरोना वायरस से उत्पन्न वैश्विक महामारी का ये तीसरा वर्ष है, इस दौरान हमने भारत के लोगों की लोकतांत्रिक मूल्यों में आस्था, अनुशासन और कर्तव्यपरायणता को और मजबूत होते देखा है। मैं देश के उन लाखों स्वाधीनता सेनानियों को नमन करता हूं, जिन्होंने अपने कर्तव्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी और भारत को उसके अधिकार दिलाए। आज़ादी के इन 75 वर्षों में देश की विकास यात्रा में अपना योगदान देने वाले सभी महानुभावों का भी मैं श्रद्धा-पूर्वक स्मरण करता हूं।
एक साल में 150 करोड़ से भी ज्यादा वैक्सीन डोज़ लगाने का रिकॉर्ड पार किया: रामनाथ कोविंद
कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में भारत के सामर्थ्य का प्रमाण वैक्सीनेशन प्रोग्राम में नजर आया है। हमने एक साल से भी कम समय में 150 करोड़ से भी ज्यादा वैक्सीन डोज़ लगाने का रिकॉर्ड पार किया। आज हम पूरी दुनिया में सबसे ज़्यादा वैक्सीन डोज़ देने वाले अग्रणी देशों में से एक हैं।
100 साल के इस सबसे बड़े संकट में कोई गरीब भूखा न रहे: राष्ट्रपति
कोरोना के इस महासंकट में हमने बड़े-बड़े देशों में खाद्यान्न की कमी और भूख की परेशानी देखी है लेकिन मेरी संवेदनशील सरकार ने इस बात का पूरा प्रयास किया कि 100 साल के इस सबसे बड़े संकट में कोई गरीब भूखा न रहे।
आयुष्मान भारत कार्ड से गरीबों को इलाज में मदद मिली: राष्ट्रपति
मेरी सरकार की संवेदनशील नीतियों के कारण देश में अब स्वास्थ्य सेवाएं जन साधारण तक आसानी से पहुंच रही हैं। 80 हजार से अधिक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स और करोड़ों की संख्या में जारी आयुष्मान भारत कार्ड से गरीबों को इलाज में मदद मिली है। सरकार द्वारा 64 हज़ार करोड़ रुपए की लागत से शुरू किया गया प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ इनफ्रास्ट्रक्चर मिशन एक सराहनीय उदाहरण है। इससे न केवल वर्तमान की स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी, बल्कि आने वाले संकटों के लिए भी देश को तैयार किया जा सकेगा।
8 लाख करोड़ रुपए से ज़्यादा का लेन-देन यूपीआई के माध्यम से हुआ: राष्ट्रपति
डिजिटल इंडिया और डिजिटल इकॉनमी के बढ़ते प्रसार के संदर्भ में देश के यूपीआई प्लेटफॉर्म की सफलता के लिए मैं सरकार के विज़न की प्रशंसा करूंगा। दिसबंर 2021 में देश में 8 लाख करोड़ रुपए से ज़्यादा का लेन-देन यूपीआई के माध्यम से हुआ है।
मेहरम के साथ ही हज यात्रा करने जैसे प्रतिबंधों को भी हटाया: राष्ट्रपित
मेरी सरकार के नीतिगत निर्णय और प्रोत्साहन से विभिन्न पुलिस बलों में महिला पुलिस-कर्मियों की संख्या में, 2014 के मुकाबले दोगुनी से ज़्यादा बढ़ोतरी हो चुकी है। सरकार ने तीन तलाक को कानूनन अपराध घोषित कर समाज को इस कुप्रथा से मुक्त करने की शुरुआत की है। मुस्लिम महिलाओं पर केवल मेहरम के साथ ही हज यात्रा करने जैसे प्रतिबंधों को भी हटाया गया है।
बेटे-बेटी को समानता का दर्जा दिया: राष्ट्रपित
महिला सशक्तिकरण मेरी सरकार की उच्च प्राथमिकताओं में से एक है। बेटे-बेटी को समानता का दर्जा देते हुए मेरी सरकार ने महिलाओं के विवाह के लिए न्यूनतम आयु को 18 वर्ष से बढ़ाकर पुरूषों के समान 21 वर्ष करने का विधेयक भी संसद में प्रस्तुत किया।
अंतरराष्ट्रीय निवेशक भारत के विकास को लेकर आश्वस्त हैं: राष्ट्रपति
मेरी सरकार की नीतियों की वजह से आज भारत उन देशों में है जहां इंटरनेट की कीमत सबसे कम है तथा स्मार्ट फोन की कीमत भी सबसे कम है। इसका बहुत बड़ा लाभ भारत की नौजवान पीढ़ी को मिल रहा है। सरकार के निरंतर प्रयासों से भारत एक बार फिर विश्व की सर्वाधिक तेजी से विकसित हो रही अर्थव्यवस्थाओं में से एक बन गया है। इस वित्त वर्ष के पहले 7 महीनों में 48 बिलियन डॉलर का विदेशी निवेश आना, इसका प्रमाण है कि अंतरराष्ट्रीय निवेशक भारत के विकास को लेकर आश्वस्त हैं।
2014 की तुलना में देश में खादी की बिक्री तीन गुना बढ़ी: राष्ट्रपति
आज़ादी की लड़ाई में बापू के नेतृत्व में देश की चेतना का प्रतीक रही खादी एक बार फिर छोटे उद्यमियों का संबल बन रही है। सरकार के प्रयासों से 2014 की तुलना में देश में खादी की बिक्री तीन गुना बढ़ी है।
मेरी सरकार देश की सुरक्षा के लिए दृढ़ संकल्पित होकर काम कर रही: राष्ट्रपति
मेरी सरकार देश की सुरक्षा के लिए दृढ़ संकल्पित होकर काम कर रही है। सरकार की नीतियों की वजह से डिफेंस सेक्टर में, विशेषकर रक्षा उत्पादन में, देश की आत्म-निर्भरता लगातार बढ़ रही है। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के साथ 83 एलसीए तेजस फाइटर एयरक्राफ्ट के निर्माण हेतु अनुबंध किए गए हैं। सरकार ने ऑर्डिनेन्स फैक्ट्रियों को 7 डिफेंस PSU का रूप देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
हमने अपने पड़ोसी देश अफगानिस्तान में अस्थिरता और नाजुक हालात को देखा: राष्ट्रपति
हमने अपने पड़ोसी देश अफगानिस्तान में अस्थिरता और नाजुक हालात को देखा है, भारत ने इन परिस्थितियों में मानवता को सर्वोपरि रखते हुए ऑपरेशन देवी शक्ति को संचालित किया। हमने हमारे कई नागरिकों और कई अफगान हिन्दू, सिख, अल्पसंख्यकों को काबुल से सफलतापूर्वक एयरलिफ्ट किया।
वर्ष 2047 में देश आज़ादी की शताब्दी पूरी करेगा। उस समय के भव्य, आधुनिक, विकसित भारत के लिए हमें आज कड़ी मेहनत करनी है। हमें अपने परिश्रम को पराकाष्ठा तक लेकर जाना है और यह सुनिश्चित करना है कि इसके लाभकारी परिणाम निकलें। इसमें हम सबकी समान भागीदारी है।
पीएम मोदी बोले- बजट सत्र पूरे वर्ष का खाका खींचता
पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण से पहले पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि बजट सत्र आज से शुरू हो रहा है। मैं इस सत्र में आपका और सभी सांसदों का स्वागत करता हूं। आज की वैश्विक स्थिति में भारत के लिए बहुत सारे अवसर हैं। यह सत्र देश की आर्थिक प्रगति, टीकाकरण कार्यक्रम, मेड इन इंडिया वैक्सीन के बारे में दुनिया में एक विश्वास पैदा करता है। ये बात सच है कि बार-बार चुनाव के कारण सत्र और चर्चाएं प्रभावित होती हैं। सभी सांसदों से प्रार्थना करूंगा कि चुनाव अपनी जगह पर हैं वो चलते रहेंगे। बजट सत्र पूरे वर्ष का खाका खींचता है इसलिए बहुत महत्वपूर्ण है कि नई आर्थिक ऊंचाइयों पर ले जाने में भी ये बड़ा अवसर बने। इस बजट सत्र में मुक्त चर्चा, मानवीय संवेदनाओं से भरी हुई चर्चा और अच्छे मक़सद से चर्चा हो इसी अपेक्षा के साथ आपका धन्यवाद करता हूं।
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