असदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक की कॉपी फाड़ी

संसद का शीतकालीन सत्र जारी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को लोकसभा में नागरिकता (संशोधन) विधेयक पेश कर दिया है। इस बिल से पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से गैर-मुस्लिम शरणार्थियों के लिए भारतीय नागरिकता जल्द मिल सकेगी।
संसद लाइव अपडेट (Parliament Live Update)
लोकसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 पर चर्चा के दौरान एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने नागरिकता संशोधन विधेयक की कॉपी फाड़ी दी है। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह हिटलर के कानून से भी बदतर है। यह हिंदुस्तान को तोड़ने की कोशिश है।
AIMIM leader Asaduddin Owaisi tore a copy of #CitizenshipAmendmentBill2019 in Lok Sabha. pic.twitter.com/pzU1NtutD8
— ANI (@ANI) December 9, 2019
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने नागरिकता संशोधन बिल पर कहा कि यदि किसी पीड़ित समुदाय को शरण दे रहे हैं तो हम इसका विरोध नहीं कर रहे हैं। लेकिन हमारा विरोध इस बात का है कि इसका मानदंड धर्म को बनाया जा रहा है। इसे बदलना चाहिए।
समाजवादी पार्टी के सांसद एसटी हसन ने नागरिकता संशोधन बिल का विरोध किया है। उन्होंने कहा है कि इस बिल के कारण मुस्लिमों के मन में डर का माहौल पैदा हुआ है।
तेलंगाना राष्ट्र समिति के नेता नाम नागेश्वर राव नागरिकता संशोधन बिल पर कहा कि हम अपनी धर्मनिरपेक्ष पार्टी नीति के अनुरूप नागरिकता संशोधन 2017 का विरोध करते हैं। हम भारतीय संविधान के प्रावधानों और भावना का कड़ाई से पालन करते हैं।
बहुजन समाज पार्टी से सांसद अफजल अंसारी ने नागरिकता संशोधन बिल को लेकर कहा कि इस्लाम को मानने वालों को स्वीकार नहीं किया जाएगा और दूसरे धर्म को मानने वाले लोगों को इस देश में स्वीकार कर लिया जाएगा तो यह काफी विभाजनकारी है।
Afzal Ansari, BSP in Lok Sabha: The National President of BSP, Mayawati ji had earlier only stated that #CitizenshipAmendmentBill is unconstitutional & opposed it. Today as well, we stand here against the bill. pic.twitter.com/4P9NNvZ6BW
— ANI (@ANI) December 9, 2019
एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने नागरिकता संशोधन बिल का विरोध किया है। उनका कहना है कि इस बिल को वापस लेना चाहिए।
Supriya Sule, NCP on #CitizenshipAmendmentBill2019 in Lok Sabha: Entire ethos of our democracy is equality and talking about Article 14&15, I am not convinced by Home Minister, it will be struck down in Supreme Court. I request him to rethink of it and please withdraw the bill. pic.twitter.com/Z8POt0vk2y
— ANI (@ANI) December 9, 2019
नागरिकता संशोधन बिल पर चर्चा के दौरान अभिषेक बनर्जी ने कहा कि यदि इस बिल को भारत के अपने विचार के खिलाफ देखा जाए तो स्वामी विवेकानंद को बहुत धक्का लगेगा। भाजपा का भारत का विचार विभाजनकारी है। अगर हम महात्मा गांधी के शब्दों को नजरअंदाज करेंगे और सरदार पटेल की सलाह पर ध्यान नहीं देंगे तो यह विनाशकारी होगा।
Abhishek Banerjee,TMC in Lok Sabha: Swami Vivekananda would be shell shocked if was here seeing this bill as it is against his idea of India. BJP's idea of India is divisive. It will be disastrous if we ignore words of Mahatma Gandhi and not heed advice of Sardar Patel. pic.twitter.com/TpCGnocrNu
— ANI (@ANI) December 9, 2019
खड़गपुर में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि सीएबी (नागरिकता संशोधन विधेयक) से डरें नहीं। हम तुम्हारे साथ हैं। जब तक हम यहां हैं कोई भी आप पर कुछ भी थोप नहीं सकता।
West Bengal CM Mamata Banerjee in Kharagpur: Don't be scared of CAB (Citizenship Amendment Bill). We are with you. As long as we are here nobody can impose anything on you. pic.twitter.com/MORl6xwL9o
— ANI (@ANI) December 9, 2019
नागरिकता संशोधन विधेयक पर मणिपुर के शिक्षा मंत्री थोकचोम राधेश्याम सिंह ने कहा कि पहले से ही, हमें सूचित किया गया है कि मणिपुर राज्य के लिए एक सुरक्षा खंड है। गृह मंत्री द्वारा खंड का आश्वासन दिया गया है, इसलिए हमें चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। यह नागरिकों की बेहतरी के लिए है।
Thokchom Radheshyam Singh, Manipur Education Minister on #CitizenshipAmendmentBill: Already, we have been informed that there is a protection clause for the state of Manipur. The clause has been assured by Home Minister, so we need not worry. It is for betterment of citizens. pic.twitter.com/fjv6YZe210
— ANI (@ANI) December 9, 2019
भाजपा महासचिव राम माधव ने नागरिकता संशोधन विधेयक पर कहा कि यह बिल सताए गए अल्पसंख्यकों के लिए है जो भारत में आ गए हैं। यदि वे यहां कम से कम 5 वर्ष के लिए रहे हैं, तो वे भारतीय नागरिकता का दावा कर सकते हैं। हम श्रीलंका और पाकिस्तान के शरणार्थियों सहित कई लोगों को शरणार्थी का दर्जा प्रदान करने के लिए खुले हैं।
Ram Madhav: If #CitizenshipAmendmentBill is passed in two Houses of Parliament, it will become an Act of Constitution. As CM of a state, she (Mamata Banerjee) is duty-bound to implement every Act of Constitution, if she refuses to do so, Centre will decide what needs to be done. https://t.co/SdpIHK7K3I pic.twitter.com/5ZZeZ6lmSp
— ANI (@ANI) December 9, 2019
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि नागरिकता बिल का विरोध किया है। लोकसभा में मनीष तिवारी ने कहा कि यह बिल भारतीय संविधान के अनुच्छेद 14, अनुच्छेद 15, अनुच्छेद 21, अनुच्छेद 25 और 26 के खिलाफ है। यह विधेयक असंवैधानिक है और समानता नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 के मूल अधिकार के खिलाफ है।
Manish Tewari,Congress in Lok Sabha: This is against article 14, article 15, article 21, article 25 and 26 of the Indian constitution. This bill is unconstitutional and against basic right of equality #CitizenshipAmendmentBill2019 pic.twitter.com/JICl0zH0l8
— ANI (@ANI) December 9, 2019
लोकसभा में चर्चा के बाद शस्त्र संशोधन विधेयक 2019 पास।
The Arms (Amendment) Bill, 2019 passed by Lok Sabha pic.twitter.com/NU6ovCrH6g
— ANI (@ANI) December 9, 2019
लोकसभा में टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने कहा कि यह विधेयक विभाजनकारी और असंवैधानिक है, यह संविधान के अनुच्छेद 14 का उल्लंघन करता है। यह कानून डॉ अम्बेडकर सहित हमारे संस्थापकों की हर चीज के खिलाफ है।
आम आदमी पार्टी (AAP) ने संसद में नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 बिल का विरोध किया।
Aam Aadmi Party (AAP) to oppose the #CitizenshipAmendmentBill2019 bill in Parliament. pic.twitter.com/D84lILiv9r
— ANI (@ANI) December 9, 2019
रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी के सांसद एन के प्रेमचंद्रन ने कहा कि विधेयक प्रस्तावना में संविधान की मूल संरचनात्मक विशेषताओं का उल्लंघन करता है क्योंकि धर्म पर आधारित नागरिकता का अधिकार देश के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने के खिलाफ है।
संशोधित बिल पर चर्चा के दौरान औवेसी ने कहा कि मुस्लिम भी इस देश का हिस्सा हैं, उन्हें ऐसे कानूनों से बचाएं गृह मंत्री
नागरिकता संशोधन बिल पर संसद में चर्चा शुरू, लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि ये बिल अल्पसंख्यकों के खिलाफ
Lok Sabha: Congress MP Adhir Ranjan Chowdhury on #CitizenshipAmendmentBill," It nothing but a targeted legislation over minority people of our country". Union Minister Amit Shah says, "This Bill is not even .001% against minorities in the country". pic.twitter.com/vMBwDz5dVk
— ANI (@ANI) December 9, 2019
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल पेश करने के बाद कहा कि बिल पर चर्चा हो सकती है लेकिन इसके मेरिट पर नहीं। बिल पर विपक्ष को बोलने का मौका दूंगा। ये बिल अल्पसंख्यकों के लिए नहीं है।
Union Home Minister Amit Shah tables #CitizenshipAmendmentBill in Lok Sabha pic.twitter.com/dcqRT58csk
— ANI (@ANI) December 9, 2019
लोकसभा में भाजपा ने 6 दिसंबर को सदन में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के साथ कथित कदाचार के लिए कांग्रेस के दो सांसदों से माफी की मांग की है।
Lok Sabha: BJP demands an apology from two Congress MPs for their alleged misconduct with Union Minister Smriti Irani in the House on December 6 pic.twitter.com/2l5ydM6eEO
— ANI (@ANI) December 9, 2019
असम के गोलाघाट में नागरिकता के खिलाफ लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया।
Assam: People stage protest against #CitizenshipAmendmentBill2019 in Golaghat. pic.twitter.com/y4J76IU5it
— ANI (@ANI) December 9, 2019
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल किया पेश
अमित शाह ने कहा कि सभा को बाधित करने की अनुमति नहीं, अधीर रंजन चौधरी से मांफी मांगने पर अड़ी भाजपा
ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट का जंतर मंतर पर नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ आंदोलन
Delhi: All India United Democratic Front (AIUDF) stages protest at Jantar Mantar against the #CitizenshipAmendmentBill2019. pic.twitter.com/7n32z1nsAN
— ANI (@ANI) December 9, 2019
लोकसभा में कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने एजुकेशन लोन पर कहा कि बेरोजगारी दर आज 45-साल की उच्च पर है। वर्तमान आर्थिक मंदी, सरकार केंद्रीय डेटाबेस को बनाए रखने पर विचार करेगी।
भारतीय जनता पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद विजय गोयल ने दिल्ली में आग लगने की घटना का मुद्दा उठाया। बीते दिन अनाज मंडी में 43 लोगों की शॉर्ट सर्किट की वजह से मौत हो गई थी।
नागरिकता आंदोलन के खिलाफ विभिन्न संगठनों का असम में बंद का ऐलान, गुवाहाटी में कई दुकानें हुईं बंद
असम से लोकसभा सांसद बदरुद्दीन अजमल ने कहा कि यह विधेयक संविधान के विरुद्ध और हिंदू-मुस्लिम एकता के खिलाफ है। हम इस विधेयक को खारिज कर देंगे और विपक्ष इस पर हमारे साथ है। हम इस विधेयक को पारित नहीं होने देंगे।
अमित शाह संसद पहुंचे, नागरिकता संशोधन विधेयक को थोड़ी देर में लोकसभा में करेंगे पेश
Delhi: Union Home Minister Amit Shah arrives at Parliament. Citizenship Amendment Bill (CAB) is in Lok Sabha's List of Business for today, to be introduced by the minister. pic.twitter.com/lGWR2Q0xSR
— ANI (@ANI) December 9, 2019
इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग पार्टी के सांसदों ने संसद परिसर में महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने धरना दिया
टीएमसी सांसद संतनु सेन ने राज्यसभा में पश्चिम बंगाल राज्य का नाम बदलकर बंगाल करने पर शून्यकाल नोटिस दिया
त्रिपुरा में नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ आंदोलन
Tripura: Protest being held in Agartala against #CitizenshipAmendmentBill2019. Citizenship Amendment Bill (CAB) is in Lok Sabha's List of Business for today, to be introduced by Union Home Minister Amit Shah pic.twitter.com/aXJL81AyiU
— ANI (@ANI) December 9, 2019
बीजेपी सांसद हरनाथ सिंह यादव ने भारतीय सेना में अहीर रेजिमेंट स्थापित करने की मांग को लेकर राज्यसभा में शून्यकाल नोटिस दिया
लोकसभा में बिल पेश होने के दौरान विपक्ष हंगामा भी कर सकता है।
आज अमित शाह पेश करेंगे नागरिकता संशोधन बिल लोकसभा में पेश
#TopStory: Citizenship Amendment Bill (CAB) in Lok Sabha's List of Business for today, to be introduced by Union Home Minister Amit Shah. (file pic) pic.twitter.com/fUACCqhNAi
— ANI (@ANI) December 9, 2019
2014 से पहले रहने वालों के लिए खुल जाएंगे दरवाजे
बिल में हिंदुओं, सिखों, बौद्धों, जैनियों, पारसियों और ईसाइयों को नागरिकता देने का प्रस्ताव है। अगर वो 31 दिसंबर 2014 को या उससे पहले तीन देशों से भारत में दाखिल हुए है तो वो भारत के नागरिक बन सकते हैं। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सत्तारूढ़ भाजपा के एक प्रमुख चुनावी वादे को पूरा करते हुए पिछले हफ्ते विधेयक को मंजूरी दे दी, लेकिन कई विपक्षी दलों ने कहा कि वे मसौदा विधेयक का विरोध करना जारी रखते हैं, उन्होंने कहा कि उन्होंने नागरिकता को धर्म से जोड़ा और इसलिए संविधान का उल्लंघन किया।
कांग्रेस के संसदीय रणनीति समूह ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर एक बैठक की और संसद में बिल के खिलाफ जोरदार विरोध करने का फैसला किया। कांग्रेस के नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने बैठक के बाद कहा कि कांग्रेस संसद में नागरिकता संशोधन बिल के दांत और नाखून का विरोध करेगी क्योंकि यह देश के संविधान, धर्मनिरपेक्ष लोकाचार, परंपरा, संस्कृति और सभ्यता के खिलाफ है।
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