Parliament Session: आ गई संसद के शीतकालीन सत्र में हुए कामकाज की पूरी रिपोर्ट, सरकार ने विपक्ष पर लगाया आरोप

Parliament Session: आ गई संसद के शीतकालीन सत्र में हुए कामकाज की पूरी रिपोर्ट, सरकार ने विपक्ष पर लगाया आरोप
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संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी (Parliamentary Affairs Minister Prahlad Joshi) ने कामकाज की रिपोर्ट के बारे में जानकारी दी।

संसद का शीतकालीन सत्र (winter session of parliament) खत्म हो गया है। जिसके बाद सरकार की तरफ से एक रिपोर्ट जारी कर बताया कि इस बार शीतकालीन सत्र में कितना कामकाज हुआ और कितना प्रभावित रहा। वहीं सरकार ने संसद (Parliament) में कार्यवाही नहीं होने पर विपक्ष को जमकर घेरा वहीं अभी भी संसद में लगातार हंगामें होते रहे थे। संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी (Parliamentary Affairs Minister Prahlad Joshi) ने कामकाज की रिपोर्ट के बारे में जानकारी दी।

सांसद के शीतकालीन सत्र पर जारी की रिपोर्ट

संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में 82 प्रतिशत जबकि राज्‍यसभा 47 प्रतिशत कामकाज हुआ। सत्र लोकसभा में 11 और राज्यसभा में 9 बिल पारित हुए, 6 स्टैंडिंग कमेटी के पास भेजा गया। मौजूदा सत्र 29 नवंबर से शुरू होकर 23 दिसंबर को खत्म हो था, जो पहले से निर्धारित था। लेकिन 22 तारीख को ही ये खत्म हो गया। 12 राज्यसभा सांसदों के निलंबन के मुद्दे पर विपक्ष द्वारा हंगामे और बार-बार स्थगित करने के कारण उच्च सदन के कामकाज पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा।

ओम बिरला ने जारी किया बयान

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद के शीतकालीन सत्र के समापन के मौके पर लोकसभा की कार्यवाही के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि शीतकालीन सत्र में व्यवधान के कारण 18 घंटे 48 मिनट से अधिक समय बर्बाद हो गया। हालांकि, महत्वपूर्ण विधेयकों पर चर्चा की गई और उन्हें मंजूरी दी गई। उन्होंने कहा कि सदन ने ओमिक्रॉन जलवायु परिवर्तन और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा हुई।

इसके अलावा अब सांसद अब डिजिटल तरीके का इस्तेमाल कर रहे हैं। भविष्य में सांसद सभी प्रश्न डिजिटल रूप से पूछ सकेंगे। उन्होंने कहा कि इस शीतकालीन सत्र में लोकसभा में करीब 82 फीसदी काम हुआ। उन्होंने बताया कि कोरोना पर 12 घंटे 26 मिनट तक चली बहस में 99 सांसदों ने हिस्सा लिया। जिसमें उन्होंने कोरोना काल में सदन के साथ-साथ अपने-अपने क्षेत्रों में किए गए बेहतरीन कामों के बारे में बताया। 29 नवंबर को शुरू हुए सत्र के दौरान सदन की 18 बैठकें हुईं और 82 प्रतिशत कामकाज हुआ, जबकि व्यवधान के कारण 18 घंटे 48 मिनट बर्बाद हुए।

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