पीएम मोदी PDPU के दीक्षांत समारोह में बोले- चुनौतियों को स्वीकार करने वाला ही होता है सफल, पढ़ें पूरा भाषण

पीएम मोदी PDPU के दीक्षांत समारोह में बोले- चुनौतियों को स्वीकार करने वाला ही होता है सफल, पढ़ें पूरा भाषण
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एक समय था जब लोग सवाल उठाते थे कि इस तरह की यूनिवर्सिटी कितना आगे बढ़ पाएगी। लेकिन यहां के विद्यार्थियों ने, प्रोफेसर्स ने और यहां से निकले पेशेवर (Professionals) ने इन सारे सवालों के जवाब दे दिए हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पंडित दीनदयाल उपाध्याय पेट्रोलियम विश्वविद्यालय के 8वें दीक्षांत समारोह को संबोधित किया। पीएम मोदी ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय पेट्रोलियम विश्वविद्यालय (पीडीपीयू) के 8वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे ये देखकर खुशी होती है कि ये विश्वविद्यालय आज पूरे विश्व में अपनी पहचान बना रहा है। मैं आज यहां एक मुख्य अतिथि के रूप में नहीं, बल्कि विश्वविद्यालय परिवार के एक सदस्य के रूप में आया हैं।

एक समय था जब लोग सवाल उठाते थे कि इस तरह की यूनिवर्सिटी कितना आगे बढ़ पाएगी। लेकिन यहां के विद्यार्थियों ने, प्रोफेसर्स ने और यहां से निकले पेशेवर (Professionals) ने इन सारे सवालों के जवाब दे दिए हैं। आज आप ऐसे समय में इंडस्ट्री में कदम रख रहे हैं, जब महामारी के चलते पूरी दुनिया के ऊर्जा क्षेत्र में भी बड़े बदलाव हो रहे हैं। ऐसे में आज भारत में ऊर्जा क्षेत्र में ग्रोथ की, उद्यमिता (Entrepreneurship) की, रोज़गार की, असीम संभावनाएं हैं।

आज देश अपने Carbon footprint को 30-35% तक कम करने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रहा है। प्रयास है कि इस दशक में अपनी ऊर्जा ज़रूरतों में Natural Gas की हिस्सेदारी को हम 4 गुणा तक बढ़ाएं। एक ऐसे समय में graduate होना जब दुनिया इतने बड़े संकट से जूझ रही है, ये कोई आसान बात नहीं है। लेकिन आपकी क्षमताएं इन चुनौतियों से कहीं ज्यादा बड़ी हैं।

Problems क्या हैं, इससे ज्यादा महत्वपूर्ण ये है कि आपका purpose क्या है, आपकी Preference क्या है और आपका plan क्या है? ऐसा नहीं है कि सफल व्यक्तियों के पास समस्याएं नहीं होतीं, लेकिन जो चुनौतियों को स्वीकार करता है, उनका मुकाबला करता है, उन्हें हराता है, समस्याओं का समाधान करता है, वो सफल होता है।

आप देखिए जीवन में वही लोग सफल होते है, वही लोग कुछ कर दिखाते है जिनके जीवन में Sense of Responsibility का भाव होता है। विफल वो होते है जो Sense of Burden में जीते है। Sense of Responsibility का भाव व्यक्ति के जीवन में Sense of Opportunity को भी जन्म देता है।

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