'दुनिया में भारत का डंका बज रहा', उत्तराखंड पहुंचे PM Modi ने कही ये बड़ी बात...

दुनिया में भारत का डंका बज रहा, उत्तराखंड पहुंचे PM Modi ने कही ये बड़ी बात...
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PM Modi Uttarakhand Visit: पीएम मोदी ने उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले पांच सालों में करीब 13.5 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर निकले हैं। पढ़ें पीएम के संबोधन से जुड़ी बड़ी बातें...

PM Modi Uttarakhand Visit: पीएम मोदी एक दिवसीय उत्तराखंड के दौरे पर पहुंचे हैं। इस दौरान पीएम मोदी ने जागेश्वर धाम में पूजा-अर्चना की और पिथौरागढ़ में आदि कैलाश के दर्शन किए। उन्होंने सेना, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) और सीमा सड़क संगठन (BRO) के कर्मियों के साथ भी बातचीत की। वहीं, पीएम ने पिथौरागढ़ में एक जनसभा को भी संबोधित किया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि पिछले पांच सालों में करीब साढ़े 13 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर निकले हैं।

पीएम ने कहा- भारत का डंका पूरी दुनिया में बज रहा

पीएम मोदी ने कहा कि हाल ही में एशियन गेम्स खत्म हुए हैं। इसमें भारत ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। पहली बार भारत के खिलाड़ियों ने शतक लगाया। 100 से ज्यादा मेडल जीतने का रिकॉर्ड बनाया है इस खेल में उत्तराखंड की बेटियां और बेटे भी शामिल थे। साथ ही, पीएम मोदी ने कहा कि दूर पहाड़ों पर जो लोग रहते हैं हमने उनकी भी चिंता की इसलिए सिर्फ 5 वर्ष में देश में साढ़े 13 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए। ये इस बात का उदाहरण है कि भारत अपनी गरीबी मिटा सकता है।

पीएम बोले- उत्तराखंड विकास की ऊंचाइयों पर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हाल ही में लोकसभा और विधानसभा में 33 प्रतिशत सीटें आरक्षित करने का बहुत बड़ा ऐतिहासिक फैसला लिया है। मेरा विश्वास है कि ये दशक उत्तराखंड का होने वाला है। उन्होंने कहा कि आज भारत कामयाबी की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। पीएम ने आगे कहा कि उत्तराखंड विकास की नई ऊंचाई पर पहुंचे और आप लोगों का जीवन आसान हो इसके लिए हमारी सरकार पूरी ईमानदारी से काम कर रही है।

पांच साल में गरीबी रेखा से बाहर निकले इतने लोग

बता दें कि वित्त वर्ष 2015-16 से लेकर 2019-21 के मोदी सरकार के 5 सालों के दौरान 13.5 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकलने में सफलता मिली है। नीति आयोग ने यह डाटा जारी किया। ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों की संख्या 32.59 फीसदी से घटकर 19.28 फीसदी रह गई है। इसी अवधि के दौरान शहरी इलाकों में गरीबी 8.65 फीसदी से 5.27 फीसदी रह गई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 15 साल के दौरान 41.5 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर निकलने में कामयाब रहे हैं।

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