पीएम मोदी बोले- गाय कुछ लोगों के लिए गुनाह हो सकती है पर हमारे लिए माता है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज करीब 10 दिन के भीतर अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे। यहां पर पीएम मोदी ने 2100 करोड़ की 5 परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इसके साथ ही कारखियांव में 870 करोड़ रुपये की लागत से तैयार 22 परियोजनाओं का लोकार्पण किया गया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विपक्ष पर निशाना साधा।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आज काशी और आसपास का ये पूरा क्षेत्र, एक बार फिर से पूरे देश व यूपी के गांवों, किसानों और पशुपालकों के लिए बहुत बड़े कार्यक्रम से खास बना है। देश किसान दिवस मना रहा है। हमारे यहां गाय व गोबर की बात करना, कुछ लोगों ने ऐसे हालात पैदा कर दिया है जैसे गुनाह कर दिया है। हमारे लिए गाय माता है।
आज देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी की जन्म जयंती है। उनकी स्मृति में देश आज किसान दिवस मना रहा है। हमारे यहां गाय की बात करना, गोबरधन की बात करना कुछ लोगों ने गुनाह बना दिया है। गाय कुछ लोगों के लिए गुनाह हो सकती है, हमारे लिए गाय, माता है, पूजनीय है। गाय-भैंस का मजाक उड़ाने वाले लोग ये भूल जाते हैं कि देश के 8 करोड़ परिवारों की आजीविका ऐसे ही पशुधन से चलती है।
भारत के डेयरी सेक्टर को मजबूत करना हमारी सरकार की प्राथमिकताओं में से एक है। आज यहां 'बनास काशी संकुल' का शिलान्यास किया गया है। गायें मेरे चारों ओर रहे और मैं गायों के चारों ओर रहूं, हमारे शास्त्रों व संस्कृति में ये कहा गया है। हमने पशुओं में विभिन्न बीमारियों के लिए राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान चलाया है।
मेरा अटूट विश्वास है कि देश का डेयरी सेक्टर, पशुपालन, श्वेत क्रांति में नई ऊर्जा, किसानों की स्थिति को बदलने में बहुत बड़ी भूमिका निभा सकती है। पशुपालन, महिलाओं के आर्थिक उत्थान, उनकी उद्यमशीलता को आगे बढ़ाने का बहुत बड़ा जरिया है। 10 करोड़ से अधिक पशुपालन देश के छोटे किसानों की अतिरिक्त आय का बहुत बड़ा साधन बन सकता है। जो हमारा पशुधन है, वो बायोगैस, जैविक खेती, प्राकृतिक खेती का भी बहुत बड़ा आधार है।
बनारस की लस्सी और छेने की एक से बढ़कर मिठाई का स्वाद अब और बढ़ जाएगा। बनारस का रस और बढ़ जाएगा। दूध खरीदें तो कौन सा सुरक्षित है, इसकी पहचान सामान्य लोगों के लिए मुश्किल होती है। भारतीय मानक ब्यूरो ने एकीकृत सर्टिफिकेट व्यवस्था व लोगो भी जारी किया है। इससे दुग्ध शुद्धता जांचना आसान हो जाएगा। डबल इंजन की भाजपा सरकार, पूरी ईमानदारी व शक्ति से किसानों तथा पशुपालकों का साथ दे रही है।
आज वाराणसी में 'बनास काशी संकुल' का शिलान्यास, सरकार और सहकार की भागीदारी का प्रमाण है। कामधेनु गाय की विशेषता वाला एकीकृत लोगो से देश में दुग्ध शुद्धता की पहचान से भारत के दूध उत्पादों की वैश्विक विश्वसनीयता भी बढ़ेगी। धरती मां के कायाकल्प, सुरक्षा और भावी पीढ़ियों के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए, हमें दोबारा प्राकृतिक खेती की तरफ मुड़ना ही होगा।
हमारे देश में समय के साथ प्राकृतिक खेती का दायरा सिमटता गया। साथ ही उस पर केमिकल वाली खेती हावी होती गई लेकिन आज प्राकृतिक खेती की डिमांड है। विकास की जब बात आती है तो काशी अपने आप में एक मॉडल बनता जा रहा है। पुरातन पहचान के साथ नगर नूतन काया में बदल सकते हैं। यही भव्य काशी, दिव्य काशी है अब स्मार्ट काशी भी बन रही है। काशी की पहचान को सशक्त करने के लिए निरंतर प्रयास चल रहे हैं। आज आयुष चिकित्सालय की भी शुरुआत हो रही है।
यूपी के 75 जिलों में 23 लाख से अधिक घरौनी तैयार हो चुकी हैं। इसमें से करीब 21 लाख परिवारों को आज ये दस्तावेज दिए गए हैं। गांव व किसान को आत्मनिर्भर बनाने के लिए और उन्हें अवैध कब्जे से चिंतामुक्त करने में स्वामित्व योजना की बड़ी भूमिका है। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास की ये भाषा भी उनके सिलेबस से बाहर है। उनके सिलेबस में है- माफियावाद, परिवारवाद और घर व जमीन पर अवैध कब्जा।
पिछली सरकारों में यूपी को जो मिला और आज यूपी के लोगों को भाजपा सरकार से जो मिल रहा है, उसका फर्कसाफहै। हम यूपी में विरासत और यूपी का विकास भी भाजपा कर रही है।
पिछली सरकारों में यूपी को जो मिला और आज यूपी के लोगों को भाजपा सरकार से जो मिल रहा है, उसका फर्क साफ है। हम यूपी में विरासत और यूपी का विकास भी भाजपा कर रही है। काशी व यूपी के विकास में डबल इंजन सरकार की डबल शक्ति की बात करता हूं तो कुछ लोगों को कष्ट हो जाता है। वो लोग यूपी को सिर्फ जाति, मजहब और पंथ के चश्मे से ही देखते हैं।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS