पीएम मोदी आज दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के फर्स्ट फेज का करेंगे उद्घाटन, राजस्थान की सियासत गरमाई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के फर्स्ट फेज का आज उद्घाटन करेंगे। दिल्ली-दौसा-लालसोट खंड का उद्घाटन होने के बाद दिल्ली से जयपुर तक की यात्रा बेहद आसान हो जाएगी। पहले जहां इस दूरी को तय करने में चार से पांच घंटे का समय लगता है, वहीं अब साढ़े तीन घंटे ही लगेंगे। पीएम मोदी आज दोपहर तीन बजे राजस्थान के दौसा में इस फेज को जनता के सुपुर्द कर देंगे। उधर, इस कार्यक्रम के ऐलान से राजस्थान की सियासत तेज हो गई है। राज्य के सीएम अशोक गहलोत ने इसे बीजेपी का कार्यक्रम बताते हुए इसमें शामिल होने से स्पष्ट इनकार कर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सीएम अशोक गहलोत ने बीते शुक्रवार को बजट भाषण के दौरान ही इस कार्यक्रम में शामिल न होने का संकेत दिया था। उनका कहना है कि यह सरकारी परियोजना है, लेकिन इस कार्यक्रम को राजनीतिक बना दिया गया है। उन्होंने कहा कि अगर मैं इस कार्यक्रम में जाता हूं, तो ईस्टर्न कैनल परियोजना का मुद्दा भी उठाता, लेकिन भाजपा के लोग यह नहीं चाहते कि मैं इस कार्यक्रम में शिरकत करूं। यह पूरा कार्यक्रम राजनीतिक है, इसलिए मैं इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होना चाहता।
कटारिया बोले- सीएम बना रहे बहाना
नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने कहा है कि सीएम कार्यक्रम में शामिल न होने के लिए नए-नए बहाने बना रहे हैं। इस उद्घाटन समारोह में राज्यपाल शामिल हो रहे हैं, तो सीएम अशोक गहलोत को आने में क्या तकलीफ है। वे इस मामले पर खुद राजनीति कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की खूबियां गिनवाईै।
ये हैं इस एक्सप्रेसवे की खूबियां
- दिल्ली-मुबंई एक्सप्रेसवे दिल्ली और मुबंई के बीच की दूरी को 180 किमी कम कर देगा। यात्रा सुगम और आसान होगी।
- इस एक्सप्रेसवे पर 40 से ज्यादा प्रमुख इंटरचेंज होंगे, जो कोटा, इंदौर, जयपुर, भोपाल, वडोदरा और सूरत को जोड़ेगा।
- यह एक्सप्रेसवे दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र से होकर गुजरेगा।
- एक्सप्रेस-वे बनाने में 12 लाख टन सरिया का इस्तेमाल किया गया है, जो करीबन हावड़ा ब्रिज के बराबर है।
- इस एक्सप्रेस-वे के बनने से दिल्ली से जयपुर की यात्रा 3.30 घंटे में पूरी हो सकेगी।
- दिल्ली और मुंबई एक्सप्रेसवे पर कहीं भी टोल गेट नहीं लगाए गए हैं। प्रत्येक 50 किमी पर एंट्री और एग्जिट गेट हैं, जहां टोल खुद-ब-खुद कट जाएगा।
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