पीएम मोदी बोले- मणिपुर और नॉर्थईस्ट भारत के भविष्य में नए रंग भर रहा, पढ़ें प्रधानमंत्री की महत्वपूर्ण स्पीच

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मणिपुर में 13 परियोजनाओं का उद्घाटन और नौ परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम को पीएम नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि अब से कुछ दिन बाद 21 जनवरी को मणिपुर को राज्य का दर्जा मिले, 50 साल पूरे हो जाएंगे। देश इस समय अपनी आजादी के 75 वर्ष पर अमृत महोत्सव भी मना रहा है। ये समय अपने आप में बहुत बड़ी प्रेरणा है।
मैंने पहले भी कहा है कि देश का पूर्वी हिस्सा भारत के विकास का प्रमुख स्रोत बनेगा। आज हम देख रहे हैं कि किस तरह मणिपुर और नॉर्थईस्ट भारत के भविष्य में नए रंग भर रहा है। बराक रिवर ब्रिज मणिपुर राज्य के लिए एक नई जीवन रेखा और एक नया ऑल वेदर कनेक्टिविटी चैनल है। थौबल बहुउद्देशीय परियोजना और तामेंगलोंग जलापूर्ति योजना इस क्षेत्र के सभी लोगों के लिए स्वच्छ पेय उपलब्ध करा रही है।
कुछ वर्षों तक, मणिपुर के केवल 6% लोगों को उनके घरों में पाइप से पानी मिलता था। जल जीवन मिशन कार्यक्रम की मदद से आज वह नेटवर्क 60% तक पहुंच गया है। आज जिन योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है, उनके साथ ही मैं आज मणिपुर के लोगों का फिर से धन्यवाद भी करूंगा। आपने मणिपुर में ऐसी स्थिर सरकार बनाई जो पूरे बहुमत से, पूरे दमखम से चल रही है। ये आपके एक वोट के कारण हुआ।
ये सब आपके एक वोट की ताकत है, जिसकी वजह से मणिपुर के 6 लाख परिवारों को पीएम गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत मुफ्त राशन का लाभ मिल रहा है। पीएम आवास योजना के तहत करीब 80 हजार घरों को स्वीकृति मिली है। आयुष्मान भारत पहल के तहत 4.25 लाख से अधिक लोग मुफ्त इलाज का लाभ उठा चुके हैं। आपने वोट देकर 1.5 लाख घरों को मुफ्त गैस कनेक्शन और 1.3 लाख घरों में मुफ्त बिजली कनेक्शन सुनिश्चित किया है।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि मैं जब प्रधानमंत्री नहीं बना था, उससे पहले भी अनेकों बार मणिपुर आया था। मैं जानता था कि आपके दिल में किस बात का दर्द है। इसलिए 2014 के बाद मैं दिल्ली को, भारत सरकार को आपके दरवाजे पर लेकर आ गया। हमारी सरकार की सात वर्षों की मेहनत पूरे नॉर्थ ईस्ट में दिख रही है, मणिपुर में दिख रही है। आज मणिपुर बदलाव का एक नई कार्य-संस्कृति का प्रतीक बन रहा है। ये बदलाव हैं- मणिपुर के Culture के लिए, Care के लिए।
मणिपुर इंस्टीट्यूट ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स की स्थापना से राज्य की संस्कृति का और संरक्षण होगा। रानी गाइदिनल्यू ने मणिपुर में अंग्रेजों के खिलाफ हमारे लड़ाकों का पराक्रम दिखाया था। पिछली सरकारों ने 'पूर्व की ओर न देखें' की रणनीति के साथ काम किया। हालांकि, हमने 'एक्ट ईस्ट' नीति पर काम करने का फैसला किया। हम इस क्षेत्र के पर्यटन क्षेत्र और प्राकृतिक संसाधनों में अपार संभावनाओं पर काम कर रहे हैं।
पहले लोग पूर्वोत्तर आना चाहते थे, लेकिन यहां पहुंचेंगे कैसे, ये सोचकर ही रुक जाते थे। इससे यहां के पर्यटन क्षेत्र को बहुत नुकसान होता था। लेकिन अब पूर्वोत्तर के शहर ही नहीं, बल्कि गांवों तक पहुंचना भी आसान हो रहा है। मणिपुर में राष्ट्रीय राजमार्गों पर तेजी से काम चल रहा है और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत ग्रामीण सड़कों का निर्माण किया जा रहा है। प्राकृतिक गैस पाइपलाइन अब पूर्वोत्तर तक भी पहुंच रही है। इन सुविधाओं और कनेक्टिविटी से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार में वृद्धि होगी।
भारत का युवा मणिपुर के कई खिलाड़ियों से प्रेरणा ले रहा है। पारिस्थितिकी तंत्र को और मजबूत करने के लिए हम राज्य में एक आधुनिक खेल विश्वविद्यालय की स्थापना कर रहे हैं। इससे वैश्विक खेल मंचों पर भारत की आकांक्षाओं को बल मिलेगा। पूर्वोत्तर 11,000 करोड़ रुपये के ऑयल-पाम मिशन का केंद्र भी है। मणिपुर में यहां जोर-शोर से काम चल रहा है। सरकार उद्योगों की स्थापना के लिए वित्तीय सहायता भी प्रदान कर रही है।
मणिपुर एक नाकाबंदी वाले राज्य से अंतरराष्ट्रीय व्यापार के मार्ग में बदल गया है। हमारी सरकार ने पहाड़ियों और घाटियों के बीच बने पुल को हटाने के लिए 'गो टू हिल्स' और 'गो टू विलेज' पहल शुरू की। आपको ये याद रखना होगा कि कुछ लोग सत्ता पाने के लिए मणिपुर को फिर से अस्थिर करना चाहते हैं। ये लोग उम्मीद लगाए बैठे हैं कि कब उन्हें मौका मिले और कब वो अशांति का खेल खेलें। लेकिन मणिपुर के लोग इन्हें पहचान चुके हैं।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS