Pariksha Pe Charcha: क्रिकेट की गुगली का सामना करना सीख गए तो..., पीएम मोदी ने बच्चों को तनाव से बचने का दिया बड़ा गुरु मंत्र

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी शुक्रवार को 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम के तहत छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों से संवाद करने के लिए सुबह 11 बजे दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम पहुंचे। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के स्वागत संबोधन के बाद पीएम मोदी ने 11:10 बजे 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम को संबोधित करना शुरू कर दिया। पीएम ने कहा कि परीक्षा पे चर्चा मेरी भी परीक्षा है। कोटि-कोटि विद्यार्थी मेरी परीक्षा लेते हैं और इससे मुझे खुशी मिलती है। ये देखना मेरा सौभाग्य है कि मेरे देश का युवा मन क्या सोचता है। इसके बाद पीएम मोदी ने छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों से बातचीत कर परीक्षा के तनाव, परीक्षा की तैयारी आदि मुद्दों पर उनका मार्गदर्शन किया। कार्यक्रम के दौरान बच्चों द्वारा पूछे गए सवाल और उन पर प्रधानमंत्री के जवाब यहां पढ़िये...
Pariksha Pe Charcha 2023 Live Updates:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि परीक्षा पे चर्चा मेरी भी परीक्षा है। कोटि-कोटि विद्यार्थी मेरी परीक्षा लेते हैं और इससे मुझे खुशी मिलती है। ये देखना मेरा सौभाग्य है कि मेरे देश का युवा मन क्या सोचता है। उन्होंने विद्यार्थियों द्वारा पूछे गए सवाल का भी विस्तार से जवाब दिया और उनकी जिज्ञासाओं काे शांत किया।
क्रिकेट का जिक्र कर तनाव से बचने का दिया मंत्र
PM मोदी से तनाव से निपटने का सवाल पूछा तो उन्होंने क्रिकेट के खेल का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि क्रिकेट में गुगली बॉल होती है। आप मुझे पहले ही बॉल पर आउट करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि कभी क्रिकेट में देखा होगा कि कुछ बैट्समैन आते हैं, तो पूरा स्टेडियम में चौका-छक्का की आवाजें गूंजती हैं। क्या वो ऑडियंस की डिमांड के ऊपर चौके-छक्के लगाता है? उन्होंने कहा कि बैटुसमैन का ध्यान बॉल पर होता है। वो गेंद को समझकर शॉट खेलता है। जैसी बॉल होती है, उसके मुताबिक खेला जाता है। उन्होंने कहा कि परिवार के लोगों को आपसे अपेक्षाएं होना बहुत स्वभाविक है और इसमें कुछ गलत नहीं है। लेकिन, परिवार के लोग सोशल स्टेटस के कारण अपेक्षा रख रहे हैं, तो यह चिंता का विषय है। पीएम मोदी ने कई अन्य उदाहरण देकर भी छात्रों को तनाव से बचने का गुरु मंत्र दिया।
अध्यापिका का सवाल: हम छात्रों को पढ़ाई के प्रति कैसे आकर्षित कर सकते हैं और साथ ही उन्हें नैतिक मूल्य कैसे सिखा सकते हैं?
प्रधानमंत्री का जवाब: कुछ शिक्षक अपने आप में खोए रहते हैं। यदि कोई विद्यार्थी कोई प्रश्न पूछता है तो वह जिज्ञासा के कारण होता है और उसे निरुत्साहित नहीं करना चाहिए। शिक्षक कृपया अपने छात्रों के साथ एक मजबूत बंधन विकसित करें। अगर उन्हें उत्तर नहीं आता है तो उन्हें कुछ शोध करना चाहिए और फिर छात्रों को सही जानकारी देनी चाहिए।
छात्र का सवाल: परीक्षा परिणाम के तनाव से कैसे निपटें?
प्रधानमंत्री का जवाब: तनाव का एक कारण यह है कि हमारी परीक्षा कितनी अच्छी गई है। हमें परीक्षा में आपके प्रदर्शन के बारे में गलत धारणा बनाने से दूर रहना चाहिए।
Exam results are not the end of life. pic.twitter.com/1qQSuDTpUZ
— PMO India (@PMOIndia) January 27, 2023
छात्र का सवाल: 'हार्ड वर्क या स्मार्ट वर्क' में से कौन सा बेहतर है?
प्रधानमंत्री का जवाब: जो लोग कड़ी मेहनत करते हैं, उनका जीवन निश्चित रूप से धन्य होता है। आपके और आपके साथियों के बीच परीक्षा में 2-3 अंकों का अंतर लंबे समय में जीवन में मायने नहीं रखता। जो समर्पित हैं वे निश्चित रूप से सर्वश्रेष्ठ स्थान प्राप्त करेंगे। ऐसे लोग हैं, जो बहुत मेहनत करते हैं। जबकि कुछ के लिए 'कड़ी मेहनत' उनके जीवन के शब्दकोश में भी मौजूद नहीं है। हमें इन पहलुओं की बारीकियों को सीखना चाहिए और बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए उसी के अनुसार काम करना चाहिए।
Never practice unfair means in exams. Do not take such short cuts. pic.twitter.com/ZebWg318ON
— PMO India (@PMOIndia) January 27, 2023
छात्र का सवाल: परीक्षा के दौरान अनुचित चीजों से कैसे बचा जा सकता है?
प्रधानमंत्री का जवाब: यह सच है कि कुछ छात्र अपनी रचनात्मकता का इस्तेमाल परीक्षाओं में नकल करने के लिए करते हैं, लेकिन यह याद रखना जरूरी है कि नकल करना सफलता का रास्ता नहीं है। मेहनती छात्रों की कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प अंततः लंबे समय में सफलता की ओर ले जाएगा। ध्यान केंद्रित और प्रेरित रहना और यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि नकल किसी के लक्ष्यों को प्राप्त करने का तरीका नहीं है।
Time management is important. Allocate specific time period for every subject: PM @narendramodi pic.twitter.com/dfeFHz39AI
— PMO India (@PMOIndia) January 27, 2023
छात्रा आरुषि का प्रश्न: परीक्षा के दौरान मुझे सबसे ज्यादा चिंता इस बात की होती है कि पढ़ाई कहां से शुरू करूं?
प्रधानमंत्री का जवाब: अपने अंदर देखो और आत्मनिरीक्षण के लिए जाओ। तुम्हें अपनी क्षमता, अपनी आकांक्षाओं, अपने लक्ष्यों को पहचानना चाहिए और फिर उन्हें उन अपेक्षाओं के साथ मिलाने की कोशिश करनी चाहिए जो दूसरे लोग तुमसे कर रहे हैं।
Do not be suppressed by pressures. Stay focused. pic.twitter.com/I5ZSZRULUQ
— PMO India (@PMOIndia) January 27, 2023
छात्रा अदिति का प्रश्न: मुझे चिंता है कि मुझे बहुत कुछ करना है, लेकिन मैं नहीं कर पा रही हूं। मैं अपना सारा काम समय पर कैसे पूरा करूँ?
प्रधानमंत्री का जवाब: समय प्रबंधन केवल परीक्षाओं के लिए ही नहीं बल्कि आपके दैनिक जीवन में भी महत्वपूर्ण है, बस अपने काम को प्राथमिकता दें। अपनी माँ के समय प्रबंधन कौशल का निरीक्षण करें और आपको पता चल जाएगा कि परीक्षा के समय में अपनी पढ़ाई कैसे प्रबंधित करें।
छात्र प्रश्न: जब मेरा रिजल्ट अच्छा नहीं आता है तो मैं अपने परिवार की स्थिति से कैसे निपटूं?
प्रधानमंत्री का जवाब: परिवारों को अपने बच्चों से उम्मीदें होना स्वाभाविक है, लेकिन अगर यह सिर्फ 'सामाजिक स्थिति' बनाए रखने के लिए है, तो यह खतरनाक हो जाता है। अगर आप बेहतर करते हैं, तो आपके ऊपर और भी बेहतर करने का संभावित दबाव होता है। इससे कोई भी बख्शा नहीं जाता है। आपकी तरह, हमें भी अपने राजनीतिक जीवन में इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है, चुनाव के अच्छे परिणाम हमेशा 'अधिक उत्कृष्ट' होने की उम्मीद करते हैं। इसलिए चिंता न करें, बस तनाव मुक्त होने के साथ-साथ अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास करें।
The #ExamWarriors are all set for an interesting discussion on stress free exams with PM @narendramodi! pic.twitter.com/A4xPGdUyxS
— PMO India (@PMOIndia) January 27, 2023
20 लाख से अधिक प्रश्न भेजे गए
'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम का यह छठा संस्करण है। इस साल पिछले साल की तुलना में दोगुना रजिस्ट्रेशन हुए हैं। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के मुताबिक इस साल परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के लिए 20 लाख से अधिक प्रश्न प्राप्त हुए हैं। NCERT ने बच्चों पर पारिवारिक दबाव, तनाव प्रबंधन, मानसिक स्वास्थ्य और करिअर मार्गदर्शन आदि से संबंधित विभिन्न प्रश्नों को चर्चा के लिए शॉटलिस्ट किया गया है। उन्होंने बताया कि पीएम मोदी का परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम को काफी पसंद किया जाता है। यही कारण है कि पिछले साल की तुलना में इस साल लगभग दोगुना रजिस्ट्रेशन हुए हैं। उन्होंने बताया कि इस बार 38 लाख स्टूडेंट ने रजिस्ट्रेशन कराया है, जिनमें से 16 लाख से अधिक स्टेट बोर्ड से हैं। पिछले साल की बात करें तो करीब 15 लाख रजिस्ट्रेशन हुए थे।
यहां हुआ 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम का प्रसारण
पीएम नरेंद्र मोदी का 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम को आप लाइव देख सकते हैं। शिक्षा मंत्रालय, प्रधानमंत्री कार्यालय के साथ ही ट्विटर, फेसबुक, यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण उपलब्ध रहा। इसके अलावा शिक्षा मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट education.gov.in पर इसका लाइव प्रसारण होता है।
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