पीएम मोदी बोले- बांग्लादेश के लिए मैंने भी सत्याग्रह किया... इंदिरा गांधी को किया याद, पाक को सुनाई खरी-खरी

बांग्लादेश की स्वतंत्रता के स्वर्ण जयंती समारोह में पीएम मोदी ने जहां इस देश की आजादी में योगदान के लिए पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के योगदान को याद किया, वहीं पाकिस्तान को भी खरी-खरी सुनाई। पीएम ने कहा कि उनकी जिंदगी के पहले आंदोलनों में बांग्लादेश मुक्ति संग्राम भी शामिल था।
ढाका के नेशनल परेड स्कवॉयर में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मेरी उम्र 20-22 साल रही होगी, जब मैंने और मेरे कई साथियों ने बांग्लादेश के लोगों की आजादी के लिए सत्याग्रह किया था। आजादी के समर्थन में मैंने गिरफ्तारी दी थी और जेल भी जाने का अवसर आया था। उन्होंने बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम की याद दिलाते हुए कहा कि पाकिस्तान की सेना ने बांग्लादेश पर जो अत्याचार किया, वह तस्वीर विचलित करने वाली थी। उसने कई दिन तक सोने नहीं दिया था। उन अत्याचारों और दमन की दुनिया में उतनी चर्चा नहीं होती, जितनी होनी चाहिए।
मैं बांग्लादेश के 50 उद्यमियों को भारत आमंत्रित करना चाहता हूं। वे भारत आए हमारे स्टार्टअप से जुड़ें। हम भी उनसे सीखेंगे, उन्हें भी हमसे सीखने का अवसर मिलेगा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी pic.twitter.com/ZZ7QG1IANa
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 26, 2021
पीएम ने कहा कि बांग्लादेश के स्वाधीनता संग्राम को भारत के कोने-कोने से, हर पार्टी से, समाज के हर वर्ग से समर्थन प्राप्त था। तत्कालीन बांग्लादेश के निर्माण में तात्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी के प्रयास और उनकी महत्वपूर्ण भूमिका सर्वविदित है। उन्होंने कहा कि भारत और बांग्लादेश के बीच जो अटूट दोस्ती है, वो कभी भी टूटने वाली नहीं है। उन्होंने भारतीय सेना के उन वीर जवानों को भी नमन किया, जो मुक्ति युद्ध में बांग्लादेश के साथ खड़े थे। पीएम ने कहा कि यह एक सुखद संयोग है कि बांग्लादेश के आजादी के 50 वर्ष और भारत की आजादी के 75 वर्ष का पड़ाव, एक साथ ही आया है। हम दोनों ही देशों के लिए, 21वीं सदी में अगले 25 वर्षों की यात्रा बहुत ही महत्वपूर्ण है। हमारी विरासत भी साझी है, हमारा विकास भी साझा है।
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