कोयला संकट पर प्रह्लाद जोशी, बोले- गैस से चलने वाले प्लांट हुए बंद... हर स्थिति पर रखे हुए नजर

देश में बढ़ती गर्मी और कोयले की कमी के चलते बिजली आपूर्ति (power supply) ठप होने का खतरा बढ़ गया है। कई राज्यों में बिजली संकट (power crisis) की स्थिति है। इस बीच कई ऐसी खबर भी सामने आई हैं, जिनमें बताया गया है कि देश के आधे से ज्यादा बिजली संयंत्रों (power plants) में कोयले की कमी है। इस पर केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ( pralhad joshi) ने कहा कि देश में कोयला संकट नहीं है।
अर्थव्यवस्था (economy) के पटरी पर आने से बिजली की मांग बढ़ गई है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अभी किसी भी तरह से चिंता की कोई बात नहीं है। सरकार हर स्थिति पर नजर रखे हुए है। हम देश में कोयले की कमी नहीं होने देंगे और आवश्यक आपूर्ति करेंगे।
Since gas-based power plant got shut, imported prices hiked, no plant functioned at full capacity.Power Ministry has given directions to start it...our thermal power plants hold 21-22mn tonnes coal,enough for 10 days. Replenishment to be done continuously: Union Min Pralhad Joshi pic.twitter.com/3IrZQFWK1X
— ANI (@ANI) April 28, 2022
प्रहलाद जोशी ने कहा, थर्मल पावर प्लांट में 21-22 मिलियन टन कोयला (million tonnes of coal) है, जो 10 दिनों के लिए पर्याप्त है। यह स्टॉक दिन-प्रतिदिन के आधार पर भरा जाता है। कोल इंडिया के साथ हमारे पास लगभग 72.5 मिलियन टन स्टॉक है।
बिजली संकट को लेकर प्रह्लाद जोशी ने कहा कि गैस से चलने वाले बिजली संयंत्र भी बंद हो गए हैं। देश और राज्य की मांग भी इस समय बढ़ गई है। पहले बिजली का उत्पादन 3.2 बिलियन या 3.3 बिलियन प्रति यूनिट प्रति यूनिट तक होता था। वर्तमान में 3.5 अरब प्रति यूनिट प्रतिदिन तक बिजली का उत्पादन (generation of electricity) किया जा रहा है।
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