प्रवासी भारतीय दिवस पर विदेश मंत्रालय ने कहा- 25 वर्ष बाद हम अपनी शताब्दी मनाएंगे, नीति आयोग की तरफ से दिया गया ये बयान

प्रवासी भारतीय दिवस पर विदेश मंत्रालय ने कहा- 25 वर्ष बाद हम अपनी शताब्दी मनाएंगे, नीति आयोग की तरफ से दिया गया ये बयान
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नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में, भारत ने अभूतपूर्व स्तर की प्रौद्योगिकी का नेतृत्व किया है। अब हम दुनिया के तीसरे सबसे बड़े स्टार्ट-अप इकोसिस्टम हैं।

प्रवासी भारतीय दिवस: युवा प्रवासी भारतीय दिवस पर एक ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि अब से 25 वर्ष बाद हम अपनी शताब्दी मनाएंगे। विजन 2047 (स्वतंत्रता दिवस) की तैयारी चल रही है। विश्व बैंक के अनुमान के अनुसार भारत 10 ट्रिलियन डॉलर की जीडीपी के साथ एक अर्थव्यवस्था होगी। इसमें युवाओं की अहम भूमिका होगी।

नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में, भारत ने अभूतपूर्व स्तर की प्रौद्योगिकी का नेतृत्व किया है। अब हम दुनिया के तीसरे सबसे बड़े स्टार्ट-अप इकोसिस्टम हैं। डायस्पोरा के युवाओं को बड़ी भूमिका निभानी है; भारत 2.0 के लिए क्षमता युवाओं द्वारा तकनीकी नवाचार से आती है।

वहीं विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने कहा कि सुंदर पिचाई, पराग अग्रवाल से लेकर कई अन्य लोगों तक, हमारे पास वैश्विक मंच पर भारतीय नेतृत्व के सबूत हैं। भारत के भारतीय युवा और प्रवासी अभिनव समाधान खोजने में काफी प्रगति कर रहे हैं। युवाओं के साथ काम करना एक निवेश है।

9 जनवरी के दिन 1915 में गांधी जी भारत लौटे थे

जानकारी के लिए आपको बता दें कि गांधी जी 21 साल अफ्रीकी देश में रहकर 9 जनवरी के दिन 1915 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी अपनी पत्नी कस्तूरबा गांधी के साथ भारत वापस लौटे थे। भारत पहुंचने पर गांधी जी और कस्तूरबा हजारों कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया था।

महात्मा गांधी की दक्षिण अफ्रीका से भारत वापसी की याद में हर साल 9 जनवरी के दिन को प्रवासी भारतीय दिवस के रूप में मनाया जाता है। गांधी जी ने दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटने पर भारत के स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व किया था और हमेशा के लिए भारतीयों के जीवन को बदलाब के रूप में चुना गया था। यह दिन हर साल प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के रूप में मनाया जाता है।

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