राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ढाका में बोले- मुझे जीर्णोद्धार वाले मंदिर के उद्घाटन का सौभाग्य प्राप्त हुआ, 1971 के युद्ध के दौरान किया गया था ध्वस्त

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) ने ढाका में भारतीय समुदाय और भारत के मित्रों के स्वागत समारोह में कहा कि आप सभी से मिलने आने से ठीक पहले आज सुबह मैं ऐतिहासिक श्री रमणा काली मंदिर गया। जहां मुझे जीर्णोद्धार वाले मंदिर के उद्घाटन का सौभाग्य प्राप्त हुआ। मैं इसे मां काली के आशीर्वाद के रूप में देखता हूं।
मुझे बताया गया है कि बांग्लादेश और भारत की सरकारों और लोगों ने उस मंदिर को बहाल करने में मदद की है जिसे पाकिस्तानी सेना ने 1971 के युद्ध के दौरान ध्वस्त कर दिया था। युद्ध के दौरान बड़ी संख्या में यहां लोग मारे गए थे। यह मंदिर भारत और बांग्लादेश के लोगों के बीच आध्यात्मिक और सांस्कृतिक बंधन का प्रतीक है। यह मेरी बांग्लादेश यात्रा के लिए एक शुभ समापन है।
Just before coming to meet you all, this morning I went to the historic Ramna Kaali temple where I had the privilege of inaugurating the renovated temple. I look at it as a blessing from Maa Kaali: President Kovind at the reception for Indian community & Friends of India in Dhaka pic.twitter.com/QoEnZAXIMH
— ANI (@ANI) December 17, 2021
भारतीयों के दिलों में बांग्लादेश का एक विशेष स्थान है। हमारा एक विशिष्ट घनिष्ठ संबंध है जो सदियों पुराने नातेदारी, साझा भाषा और संस्कृति पर आधारित है। हमारे संबंधों को दोनों देशों के कुशल नेतृत्व ने पोषित किया है। मैं उन हजारों महिलाओं के प्रति सम्मान व्यक्त करता हूं जिनकी गरिमा का उल्लंघन किया गया था, और असहाय नागरिकों को सम्मानजनक जीवन जीने की इच्छा के अलावा बिना किसी गलती के प्रताड़ित किया गया और उन्हें मार दिया गया।
इसके अलावा राष्ट्रपति ने कहा कि आपका देश इस क्षेत्र में विकास का एक मॉडल बन गया है, इसने साबित कर दिया है कि बांग्लादेश के लोगों की लड़ाई एक उचित कारण के लिए थी। यह लड़ाई मौलिक लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए थी और बांग्लादेश का उदय वास्तव में पराक्रम को हराने की शक्ति थी।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज बांग्लादेश में ऐतिहासिक श्री रमणा काली मंदिर का उद्घाटन किया। इस मंदिर को 1971 में पाकिस्तानी सेना ने ध्वस्त कर दिया था। अब मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया है। साथ ही आपको बता दें कि बांग्लादेश की तीन दिवसीय पर पहुंचे रामनाथ कोविंद ढाका से रवाना हो गए हैं। वह कुछ ही देर में भारत पहुंच जाएंगे। वे बांग्लादेश के 50वें विजय दिवस समारोह में शामिल होने के लिए बांग्लादेश पहुंचे थे।
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