राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कार्यकाल के आखिरी दिन किया देश को संबोधित, यहां पढ़ें पूरा भाषण

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कार्यकाल के आखिरी दिन किया देश को संबोधित, यहां पढ़ें पूरा भाषण
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राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने आखिरी संबोधन के दौरान युवाओं से अपील करते हुए कहा कि जब मैं अपने छोटे से गांव में एक बच्चे के रूप में अपने भविष्य को समझने की कोशिश कर रहा था।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) 25 जुलाई को पद से रिटायर हो रहे हैं। अपने कार्यकाल के आखिरी दिन महामहिम ने देश को रविवार शाम को संबोधित किया और अपने अनुभवों के बारे में बात करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि कई देशवासियों से मिलने के बाद मेरा विश्वास मजबूत हुआ कि हमारे लोग ही असली राष्ट्र निर्माता हैं। ऐसे महान देशवासियों के हाथों में हमारा भविष्य सुरक्षित है।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने आखिरी संबोधन के दौरान युवाओं से अपील करते हुए कहा कि जब मैं अपने छोटे से गांव में एक बच्चे के रूप में अपने भविष्य को समझने की कोशिश कर रहा था। मुझे आजादी मिलने में कुछ ही समय था। मुझे उम्मीद थी कि मैं भी राष्ट्र निर्माण में कुछ योगदान जरूर दूंगा। भारत की ताकत लोकतंत्र यह है कि इसने नागरिकों के लिए वह सब कुछ करने के लिए दरवाजे खोल दिए हैं। जो वो भविष्य में करना चाहते हैं।

आगे कहा कि हमारे पूर्वजों और हमारे आधुनिक राष्ट्र निर्माताओं ने अपनी कड़ी मेहनत और सेवा भावना के माध्यम से देश को बनाया है। हमें अब उनके पदचिन्हों पर चलते हुए। देश को आगे लेकर जाना है। मेरे जीवन के सबसे यादगार पलों में से एक मेरे कार्यकाल के दौरान मेरे घर का दौरा रहा है।

रामनाथ कोविंद ने देश की युवा पीढ़ी से अपील करते हुए कहा कि आप अपने गांव या कस्बे, स्कूलों और शिक्षकों से जुड़े रहने की इस परंपरा को आगे भी जारी रखिएगा। मैं देशभर में अपनी यात्रा के दौरान नागरिकों के साथ अपनी बातचीत से प्रेरित और उत्साहित हूं। मुझे समाज के सभी वर्गों का पूरा सहयोग, समर्थन और आशीर्वाद मिला। आज से पांच साल पहले आप सभी ने मुझ पर अटूट विश्वास जताया था और देश का राष्ट्रपति चुना था।

उन्होंने अपने संबोधन के दौरान कहा कि आज मेरा कार्यकाल समाप्त हो रहा है। इस अवसर पर मैं आप सभी के साथ कुछ बातें साझा करना चाहता हूं। सबसे पहले मैं आप सभी देशवासियों और आपके जन-प्रतिनिधियों के प्रति अपना आभार व्यक्त करता हूं कि आप सभी ने मुझे राष्ट्रपति के दौर पर चुना। आप सभी ने मुझे अपने कर्तव्यों के निर्वहन में पूरा सहयोग दिया है। राष्ट्रपति ने अपने आखिरी भाषण में देश के सभी वर्गों का आभार व्यक्त किया। अब 25 जुलाई को निर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनने जा रही हैं।

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