संविधान दिवस : राष्ट्रपति ने भारत के संविधान की प्रस्तावना पढ़ी, जानिए क्या है प्रस्तावना?

संविधान दिवस : राष्ट्रपति ने भारत के संविधान की प्रस्तावना पढ़ी, जानिए क्या है प्रस्तावना?
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26 नवंबर को भारत में संविधान दिवस मनाया जाता है। इस दिन संविधान पारित हुआ था। इस अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देश को संविधान दिवस की शुभकामनाएं देते हुए भारत के संविधान की प्रस्तावना पढ़ी।

नई दिल्ली। 26 नवंबर को भारत में संविधान दिवस मनाया जाता है। इस दिन संविधान पारित हुआ था। इस अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देश को संविधान दिवस की शुभकामनाएं देते हुए भारत के संविधान की प्रस्तावना पढ़ी। बता दें कि भारत के राष्ट्रपति इस दिन प्रस्तावना को पढ़ते हैं।

क्या है प्रस्तावना?

26 नवंबर 1949 को भारत का संविधान पारित हुआ। फिर 26 जनवरी 1950 से ये प्रभावी तौर पर देश में लागू हुआ। बाबासाहेब डॉ. भीम राव अंबेडकर को भारत का संविधान निर्माता कहा जाता है। वे संविधान मसौदा समिति के अध्यक्ष थे। भारत का संविधान लिखित संविधान है। इसकी शुरुआत में एक प्रस्तावना भी लिखी है, जो संविधान की मूल भावना को सामने रखती है। क्या आप प्रस्तावना के बारे में जानते हैं? पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सरकार ने 1976 में 42वें संविधान संशोधन अधिनियम द्वारा इसमें संशोधन किया था। संविधान को समझने से पहले समझिए आखिर प्रस्तावना है क्या और इसे उद्देशिका भी क्यों कहा जाता है? तो बता दें कि प्रस्तावना से तात्पर्य है भारतीय संविधान के जो मूल आदर्श हैं, उन्हें प्रस्तावना के माध्यम से संविधान में समाहित किया गया। इन आदर्शों को प्रस्तावना में उल्लेखित शब्दों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है।

इसलिए महत्वपूर्ण है संविधान दिवस

डॉ. बी आर अम्बेडकर एक प्रसिद्ध समाज सुधारक, राजनीतिज्ञ, और न्यायविद थे और उन्हें भारतीय संविधान का जनक भी कहा जाता है। उन्हें 29 अगस्त, 1947 को संविधान मसौदा समिति के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था। वह भारतीय संविधान का मसौदा तैयार करने वाले व्यक्ति थे और वर्ष 2015 में अंबेडकर की 125 वीं जयंती थी। भारत के संविधान दिवस का उद्देश्य भारतीय संविधान और इसके वास्तुकार डॉ. बी आर अम्बेडकर के महत्व के बारे में जागरूकता लाना है। इस दिन के बारे में घोषणा 11 अक्टूबर, 2015 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मुंबई में स्टैच्यू ऑफ इक्वेलिटी की आधारशिला रखते हुए की गई थी।

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