गांधी प्रतिमा के सामने विपक्षी दलों का प्रदर्शन, मल्लिकार्जुन खड़गे बोले- अडानी स्टॉक क्रैश सरकार अब तक चुप क्यों है?

गांधी प्रतिमा के सामने विपक्षी दलों का प्रदर्शन, मल्लिकार्जुन खड़गे बोले- अडानी स्टॉक क्रैश सरकार अब तक चुप क्यों है?
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विपक्षी दलों ने अडानी स्टॉक क्रैश व अन्य मुद्दों को लेकर गांधी प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अडानी स्टॉक क्रैश सरकार अब तक चुप क्यों है ?

कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को एक बार फिर विपक्षी दलों के साथ अपने चेंबर में अडानी-हिंडनबर्ग समेत कई अन्य मुद्दों पर रणनीति के लिए एक बैठक की। जहां कांग्रेस, DMK, NCP, BRS, JD(U), SP, CPM, CPI, केरल कांग्रेस (जोस मणि), JMM, RLD, RSP, AAP, IUML, RJD और शिवसेना पार्टी के सदस्य शामिल हुए। इस बैठक के बाद विपक्षी सांसदों ने अडानी स्टॉक क्रैश व अन्य मुद्दों को लेकर गांधी प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया।

कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमने जो नोटिस (267) दिया है उसपर चर्चा होनी चाहिए। क्योंकि ये राष्ट्रपति के अभिभाषण से अलग विषय है हम चाहते हैं पहले इसपर चर्चा हो। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हम चर्चा के लिए तैयार हैं, लेकिन पूरे देश में जो गड़बड़ी हो रही है उसपर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जवाब दें। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे (अडानी स्टॉक क्रैश) को सदन में चर्चा में लाएंगे और जो कमियां हैं वह हम सरकार को बताएंगे।

RJD सांसद मनोज झा ने कहा कि देश का हर वर्ग चिंतित है, लेकिन सरकार पर्दा डाल रही है। वह व्यक्ति विशेष (अडानी) कहते हैं, यह मुझ पर नहीं राष्ट्र पर हमला है...वह राष्ट्र कब से हो गए? हमारे राष्ट्र बापू हैं। किसी क्रोनी पूंजीपति के चरणों में पूरी साख रख दी जाए तो हम इसके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।

वहीं, कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा कि हम ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमेटी (JPC) जांच चाहते हैं, सरकार हर चीज को छुपाना चाहती है। सरकार की पोल खुल गई है।

सपा सांसद रामगोपाल यादव ने कहा कि हम चाहते हैं कि अडानी के जो शेयर्स SBI और LIC ने खरीदे उसकी JPC के जरिए जांच हो। ये पैसा क्यों दिया गया, किन शर्तों पर दिया गया है इसकी जांच होना जरूरी है। इन पर दबाव किसका था? जब तक JPC के जरिए जांच नहीं होगी तब तक इसका पता नहीं चलेगा, इसलिए जांच होनी चाहिए।

बता दें कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट सामने आने के बाद से ही लगातार बयानबाजी हो रही है। अब हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर संसद में भी जमकर हंगामा हो रहा है। विपक्षी दल हिंडनबर्ग और अदाणी समूह की जांच के लिए जेपीसी की मांग पर अड़ा हुआ है और दोनों सदनों में हंगामे की वजह से बजट सत्र के पहले सप्ताह में कोई कामकाज नहीं हो पाया है।

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