Punjab: अग्निवीर अमृतपाल सिंह को ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ नहीं देने पर AAP का केंद्र पर निशाना, चड्ढा बोले- लानत है ऐसी...

Punjab: अग्निवीर अमृतपाल सिंह को ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ नहीं देने पर AAP का केंद्र पर निशाना, चड्ढा बोले- लानत है ऐसी...
X
Punjab: आप ने अग्निवीर अमृतपाल सिंह की सैन्य अंत्येष्टि नहीं किये जाने को लेकर केंद्र पर निशाना साधा है।

Delhi: आम आदमी पार्टी (AAP) ने 11 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में मृत पाए गए अग्निवीर अमृतपाल सिंह (Agniveer Amritpal Singh) का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार नहीं करने के आरोप पर रविवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार से सवाल किया।

आप के वरिष्ठ नेता एवं सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि केंद्र सरकार की अग्निवीर योजना की सच्चाई देश के सामने आ गई है। पंजाब के मनसा जिले के रहने वाले अग्निवीर अमृतपाल सिंह की 11 अक्टूबर को राजौरी सेक्टर में ड्यूटी के दौरान मृत्यु हो गई। बिना तिरंगे में लपेटे उनके पार्थिव शरीर को एक प्राइवेट एंबुलेंस से पैतृक गांव कोटली कलां लाया गया। अमृतपाल को सैन्य सम्मान और शहीद का दर्जा भी नहीं दिया गया। अब उनके परिवार को कोई पेंशन भी नहीं मिलेगी।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से शहीद अमृतपाल को सैन्य सम्मान नहीं मिलने के बाद पंजाब पुलिस ने पूरे राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी। पंजाब सरकार उनके परिवार को एक करोड़ रुपये की सम्मान राशि देने के साथ-साथ, उन्हें शहीद का दर्जा भी देगी। लानत है ऐसी केंद्र सरकार पर, जो शहीद का सम्मान नहीं करती।

राघव चड्ढा ने कहा कि केंद्र में बैठी भाजपा सरकार से लोगों ने कई सवाल पूछे हैं कि क्यों एक अग्निवीर को ऑन ड्यूटी शहीद होने पर कोई शहीद का दर्जा और सैन्य सम्मान नहीं मिला? क्यों उनके शव को एक प्राइवेट एम्बुलेंस और सिविल वर्दी में भेजा गया? उन्हें तिरंगे झंडे में लपेटकर उनके परिवार वालों को नहीं सौंपा गया? क्या यही अग्निवीर स्कीम की असली सच्चाई है?

यह भी पढ़ें:- Punjab: फेस्टिव सीजन से पहले पंजाब में लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकी गिरफ्तार, ये चीजें हुईं बरामद

चड्ढा ने कहा कि भाजपा कान खोलकर सुन लें कि जब तक देश में सैनिक का सम्मान जिंदा है, तभी तक देश की समृद्धि का अरमान जिंदा है। भाषण और जुमलों से देश नहीं चलता, शहीदों की बदौलत ही मेरा हिंदुस्तान जिंदा है। जब इस देश में किसी नेता की मृत्यु होती है, तो राष्ट्रीय शोक घोषित किया जाता है। हमारा ध्वज आधा फहराया जाता है, स्मारक बनाए जाते हैं। सरकारी दफ्तरों की छुट्टी घोषित की जाती है, लेकिन आज किसी अग्निवीर की अगर ऑन ड्यूटी मृत्यु होती है, तो उसे शहीद का दर्जा नहीं दिया जाता। सैन्य सम्मान नहीं मुहैया कराया जाता, उन्हें कोई पेंशन या सहायता राशि नहीं मुहैया कराई जाती है। भाजपा सरकार की अग्निवीर योजना की सच्चाई ये है।

Tags

Next Story