Punjab Assembly Session: पंजाब विधानसभा का दो दिवसीय सत्र जारी, आप और विपक्ष SYL मुद्दे पर आमने-सामने

Punjab Assembly Session: पंजाब विधानसभा का दो दिवसीय सत्र जारी, आप और विपक्ष SYL मुद्दे पर आमने-सामने
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Punjab Assembly Session: पंजाब विधानसभा का दो-दिवसीय विधानसभा सत्र आज से शुरू हो चुका है। इस बीच, एसवाईएल नहर के मुद्दे को लेकर सत्तारूढ़ सरकार और विपक्ष आमने-सामने हैं। पढ़ें रिपोर्ट...

Punjab Assembly Session: पंजाब विधानसभा का विशेष सत्र शुक्रवार यानी आज से शुरू हो गया है। सत्र की शुरुआत ही हंगामे के साथ में हुई है। विपक्षी दल कांग्रेस और अकाली दल ने राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित द्वारा सतलुज-यमुना लिंक (एसवाईएल) नहर, ड्रग्स और कर्ज के मुद्दे पर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। साथ ही, राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित पहले ही इस सत्र को अवैध घोषित कर चुके हैं। इसी बीच, पंजाब के नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि राज्य संवैधानिक संकट का सामना कर रहा है।

बाजवा स्पीकर से बोले कि सत्र वैध या अवैध

कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने स्पीकर कुलतार सिंह संधवान से यह साफ करने को कहा कि राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित की आपत्ति के बाद शुक्रवार से शुरू हुआ दो दिवसीय विधानसभा सत्र वैध है या नहीं। उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने पहले ही धन विधेयकों की मंजूरी रोक रखी है। उन्होंने कहा कि जब सत्र ही वैध नहीं है तो हम किस मुद्दे पर यहां चर्चा करने लिए जुटे हुए हैं। इस पर स्पीकर ने सदन को आश्वस्त किया कि सत्र वैधानिक है।

एसवाईएल की बहस से भाग रहा विपक्ष: हरपाल चीमा

वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि कांग्रेस सत्र से भाग रही है क्योंकि उसकी नेता और तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने एसवाईएल नहर की योजना बनाई थी और तत्कालीन नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शिलान्यास समारोह में भाग लिया था। उन्होंने कहा कि शिरोमणि अकाली दल ने हरियाणा में लाभ के बदले एसवाईएल नहर के निर्माण में भी मदद की थी। शिअद और कांग्रेस दोनों बहस से भाग रहे हैं क्योंकि वे जानते हैं कि सत्र एसवाईएल पर उनके कुकर्मों को उजागर करेगा। इस पर कांग्रेस सदस्यों ने अध्यक्ष के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।

इस बीच, जम्मू-कश्मीर में भारतीय सीमा पर हाल ही में हुए हादसे में गोली लगने से शहीद हुए अग्निवीर अमृतपाल सिंह को शहीद घोषित कर श्रद्धांजलि दी गई है। इस दौरान विभिन्न राज्यों में सेवा के दौरान शहीद हुए जवानों को भी श्रद्धांजलि दी गई।

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