Railway Budget 2023: बजट में सीनियर सिटीजन की उम्मीदों पर फिरा पानी, रेल किराये में नहीं मिली छूट, पहले इतनी मिलती थी राहत

Railway Budget 2023: बजट में सीनियर सिटीजन की उम्मीदों पर फिरा पानी, रेल किराये में नहीं मिली छूट, पहले इतनी मिलती थी राहत
X
वित्त मंत्री ने बजट में रेलवे को लेकर भी कुछ बड़े ऐलान किए हैं। रेल बजट को इस बार 2.4 लाख करोड़ कर दिया गया है, हालांकि रेल का सफर करने वाले सीनियर सिटीजन को इस बजट में कोई राहत नहीं दी गई है।

Budget 2023: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने आज एक फरवरी को साल 2023-24 का बजट संसद में पेश कर दिया है। इस बजट में कई तरह के ऐलान किए गए हैं और कई सेक्टरों में राहत देने की पूरी कोशिश की गई है।

वित्त मंत्री ने इस बजट में रेलवे को लेकर भी कुछ बड़े ऐलान करते हुए संसद में बताया कि रेल बजट को इस बार 2.4 लाख करोड़ कर दिया गया है, हालांकि रेल का सफर करने वाले सीनियर सिटीजन को इस बजट में कोई राहत नहीं दी गई है। बजट के पेश होने के पहले उम्मीद थी कि सीनियर सिटीजन को रेलवे के किराये में एक बार फिर छूट दी जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और सीनियर सिटीजन की उम्मीदों पर पानी फिर गया।

कोरोना से पहले किराये में मिलती थी छूट

रेलवे में सफर करने वाले सीनियर सिटीजन को कोरोना महामारी से पहले किराये में छूट दी जाती थी, लेकिन साल 2019 में कोरोना महामारी के चलते इसे बंद कर दिया गया। इससे पहले 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को 40 फीसदी और 58 साल की महिलाओं को 50 फीसदी तक छूट का प्रावधान था। इसके बाद से ही ऐसी उम्मीद लगाई जा रही थी कि सरकार इस बार के बजट में बुजुर्गों को एक बार फिर राहत देगी। सीनियर सिटीजन को किराये में छूट खत्म होने के बाद रेलवे ने करोड़ों की कमाई की थी, जो अब भी जारी रहेगी।

बता दें कि संसद में 1 फरवरी 2023 को केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश का आम बजट पेश कर दिया है। वित्त मंत्री के बजट पेश करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए कहा कि यह बजट से मजबूत नींव का निर्माण करेगा। इसके साथ ही इस बजट से हर वर्ग का सपना पूरा होगा।

पीएम मोदी ने कहा कि अमृत काल का पहला बजट विकसित भारत के विराट संकल्प को पूरा करने के लिए एक मजबूत नींव का निर्माण करेगा। ये बजट वंचितों को वरीयता देता है। ये बजट आज की आकांक्षी समाज, गांव, गरीब, किसान, मध्यम वर्ग सभी के सपनों को पूरा करेगा।

Tags

Next Story