Rashtriya Ekta Diwas 2020: राष्ट्रीय एकता दिवस कब मनाया जाता है, लौह पुरुष सरदार पटेल से क्या है संबंध

Rashtriya Ekta Diwas 2020: राष्ट्रीय एकता दिवस कब मनाया जाता है, लौह पुरुष सरदार पटेल से क्या है संबंध
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भारतीय इतिहास में सरदार पटेल को भारत को एक राष्ट्र निर्माता के रुप में याद किया जाता है, क्योंकि उन्होंने 1947-49 के समय में भारत की 500 से ज्यादा रियासतों का एकीकरण कर भारतीय संघ के अंतर्गत जोड़ने में अहम भूमिका निभाई थी।

Rashtriya Ekta Diwas 2020 (राष्ट्रीय एकता दिवस 2020): देश में हर साल 31 अक्टूबर (31 October) को राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाता है। लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल (Sardar Vallabh Bhai Patel) के जन्म दिवस यानी 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस (Rashtriya Ekta Diwas) के रूप में मनाया जाएगा। 31 अक्टूबर के दिन देश में राष्ट्रीय एकता की भावना को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। वर्ष 2014 में केंद्र की मोदी सरकार ने इसकी घोषणा की थी।इस दिन राष्ट्रीय स्तर पर रन फॉर यूनिटी (Run for Unity) का आयोजन किया जाता है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्र की मोदी सरकार मानना है, दुर्भाग्य से लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल के योगदान के बारे में लोगों को पर्याप्त जानकारी नहीं है। यही वजह है, अब सरदार पटेल के जन्म दिवस को प्रतिवर्ष राष्ट्रीय एकता दिवस के तौर पर मनाया जा रहा है। जानकारी के लिए आपको बता दें कि साल 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले ही लौह पुरुष सरदार पटेल और देश के पहले पीएम जवाहर लाल नेहरू की राजनीति को लेकर गर्मागर्म राजनीतिक बहस छिड़ गई थी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तरफ से कई नेताओं ने यह मैसेज देने में कोताही नहीं की थी कि सरदार पटेल ढीले पड़ गए होते तो भारत का स्वरूप आज इतना बड़ा न होता।

सरदार पटेल कौन थे

31 अक्टूबर 1875 में गुजरात के करमसंद में जन्में बल्लभ भाई पटेल का पूरा नाम सरदार वल्लभ भाई पटेल था। वह पेशे से एक बैरिस्टर थे। लेकिन, सरदार बल्लभ भाई पटेल महात्मा गांधी और उनके विचारों से बहुत प्रभावित हो गए थे। जिस वजह से वह महात्मा गांधी के नेतृत्व में भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ गए थे। बाद में उन्हें लौह पुरूष एवं भारत के बिस्मार्क और सरदार की उपाधियां भी दी गई। बारडोली सत्याग्रह की सफलता के बाद वहां की महिलाओं ने वल्लभ भाई पटेल को 'सरदार' की उपाधि दी थी।

भारतीय इतिहास में सरदार पटेल को भारत को एक राष्ट्र निर्माता के रुप में याद किया जाता है, क्योंकि उन्होंने 1947-49 के समय में भारत की 500 से ज्यादा रियासतों का एकीकरण कर भारतीय संघ के अंतर्गत जोड़ने में अहम भूमिका निभाई थी। देश के एकीकरण यानि राष्ट्रीय एकता का विचार देने वाले सबसे पहले सरदार पटेल माने जाते हैं।

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