2022-23 के लिए रियल जीडीपी ग्रोथ 7.8 प्रतिशत रहने का अनुमान: आरबीआई गवर्नर

2022-23 के लिए रियल जीडीपी ग्रोथ 7.8 प्रतिशत रहने का अनुमान: आरबीआई गवर्नर
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आरबीआई गवर्नर ने आगे कहा कि 2022-23 के लिए रियल जीडीपी ग्रोथ 7.8 प्रतिशत रहने का अनुमान है। 2022-23 के लिए सीपीआई मुद्रास्फीति 4.5% रहने का अनुमान है।

भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India- आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Governor Shaktikanta Das) ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी है कि रेपो रेट (Repo Rate) बिना किसी बदलाव के साथ 4 प्रतिशत रहेगा।

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि रेपो रेट बिना किसी बदलाव के साथ 4 प्रतिशत रहेगा। एमएसएफ रेट और बैंक रेट बिना किसी बदलाव के साथ 4.25 प्रतिशत रहेगा। रिवर्स रेपो रेट भी बिना किसी बदलाव के साथ 3.35 प्रतिशत रहेगा। आरबीआई गवर्नर ने आगे कहा कि 2022-23 के लिए रियल जीडीपी ग्रोथ 7.8 प्रतिशत रहने का अनुमान है। 2022-23 के लिए सीपीआई मुद्रास्फीति 4.5% रहने का अनुमान है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दास ने कहा है कि महंगाई चिंता का विषय नहीं है। इसलिए केंद्रीय बैंक ने रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट में बदलाव नहीं करने का निर्णय लिया है। दरअसल, आरबीआई गवर्नर के सामने ग्रोथ और महंगाई दर में संतुलन बनाने की चुनौती थी।

जिसके बाद मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी ने एकमत से रेपो रेट 4 प्रतिशत पर बनाए रखने का निर्णय लिया गया। लिक्विडिटी नॉर्मलाजेशन को लेकर भी कई कदम उठाए गए हैं। फिलहाल रेपो रेट 4 फीसदी और रिवर्स रेपो रेट 3.35 फीसदी है, जोकि आगे भी ऐसे ही रहेगा। आरबीआई मौद्रिक नीति की मीटिंग के बाद शक्तिकांत दास ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी का असर अब इकोनॉमी में बहुत कम है। केंद्रीय बैंक ने चालू वित्त वर्ष में जीडीपी ग्रोथ 9.2 रहने का अनुमान लगाया है। जबकि वित्त वर्ष 2022-23 में जीडीपी ग्रोथ 7.8 फीसदी रहने का अनुमान है।

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