Republic Day 2022 Chief Guest: जानें इस बार 26 जनवरी पर किस देश के चीफ गेस्ट होंगे शामिल, सादगी और कोरोना प्रोटोकॉल के साथ होगा कार्यक्रम

हर साल की तरह इस बार भी 73वां गणतंत्र दिवस (73th Republic Day) 26 जनवरी 2022 को मनाया जाएगा। इस बार गणतंत्र दिवस के अवसर पर पहली बार कोई मुख्य अतिथि (चीफ गेस्ट) शामिल नहीं होगा। गणतंत्र दिवस पर होने वाली परेड पर भी कोरोना वायरस का असर दिखेगा। लेकिन राजपथ (Rajpath) पर तैयारियां पूरी चल रही हैं। जवान हर दिन परेड की तैयारियां कर रहे हैं। 51 साल के इतिहास में ऐसा दूसरी बार होगा जब गणतंत्र दिवस पर चीफ गेस्ट नहीं होंगे।
दिल्ली में बुधवार को होने वाली गणतंत्र दिवस परेड में कोई भी विदेशी राष्ट्राध्यक्ष यानी विदेशी मेहमान मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल नहीं होगा। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, केंद्र इस समारोह के लिए किसी अन्य देश के अतिथि को आमंत्रित नहीं करेगी। दरअसल, हर साल गणतंत्र दिवस के मौके पर राजपथ पर किसी भी देश का राष्ट्राध्यक्ष परेड में शामिल होते हैं, यह परंपरा हमारे देश में चली आ रही है।
इन 5 देशों में से कोई एक अतिथि होते शामिल
जानकारी के लिए बता दें कि बीते साल 2021 में महामारी फैलने के दौरान लगभग 1.25 लाख लोगों को परेड में शामिल होने की अनुमति दी गई थी। लेकिन इस बार लगभग 25 हजार लोगों को इसमें शामिल होने की इजाजत दी गई है। इस बार भारत उज्बेकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, कजाकिस्तान, किर्गिज़ गणराज्य और ताजिकिस्तान के नेताओं को आमंत्रित करना चाहता था लेकिन कोविड-19 से जुड़ी परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए सरकार ने इस साल किसी विदेशी मेहमान को आमंत्रित नहीं किया।
राजपथ पर हो रही गणतंत्र दिवस की तैयारियां
रक्षा विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, मंगलवारस गुरुवार और शुक्रवार को राजपथ पर 26 जनवरी की परेड होगी। जो विजय चौक से इंडिया गेट तक होगी और इस रिहर्सल के दौरान ट्रैफिक व्यवस्था में बदलाव हो सकता है। वहीं खुफिया एजेंसियों ने भी आतंकी हमले को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है। अभी हाल ही में दिल्ली की गाजीपुर मंडी में आरडीएक्स मिला था, जिसको पुलिस ने समय रहते जमीन में ही ब्लास्ट कर निष्क्रय कर दिया था।
भारत में गणतंत्र दिवस के मौके पर आए सबसे पहले विदेशी अतिथि
26 जनवरी 1950 को भारत ने अपना सबसे पहला गणतंत्र दिवस मनाया था। इस गणतंत्र दिवस पर पहली बार इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकर्णी को मुख्य अतिथि के रूप में भारत ने आमंत्रित किया गया था। उसके बाद से यह परंपरा शुरू हुई। इसकी बाद भूटान के राजा 1954 में हुए गणतंत्र दिवस पर शामिल हुए। इतना ही नहीं हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान के तत्कालीन गवर्नर जनरल गुलाम मोहम्मद को भी मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया गया था।
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