कांग्रेस में एक बार फिर बिहार चुनाव के बाद होने वाले हैं बड़े बदलाव

कांग्रेस में एक बार फिर बिहार चुनाव के बाद होने वाले हैं बड़े बदलाव
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सितंबर महीने में पार्टी अध्यक्ष ने कांग्रेस वर्किंग कमेटी में बड़े स्तर पर फेरबदल किए थे। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद, मल्लिकार्जुन खड़गे को महासचिव पद से हटाया गया था।

बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के बाद कांग्रेस में एक बार फिर बड़े फेरबदल होने की उम्मीद है। आशंका जताई जा रही है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी बिहार चुनाव के बाद जल्द ही संगठनात्मक बदलाव कर सकती हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सोनिया गांधी ने इसके लिए 5 सदस्यीय टीम भी गठित की है। जो उनकी रोज के काम और पार्टी की सेंट्रल इलेक्शन अथॉरिटी को फिर से गठित करने में सहायता करेगी।

जानकारी के लिए आपको बता दें सितंबर महीने में पार्टी अध्यक्ष ने कांग्रेस वर्किंग कमेटी में बड़े स्तर पर फेरबदल किए थे। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद, मल्लिकार्जुन खड़गे को महासचिव पद से हटाया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक, पार्टी के एक पदाधिकारी के हवाले से बताया कि फिलहाल दो राज्यों में प्रभारियों के पद खाली हैं। दिल्ली-गोवा राज्यों में नए प्रभारियों की नियुक्ती की संभावना है। क्योंकि शक्तिसिन्हा गोहिल बिहार और दिल्ली के प्रभारी हैं, जबकि दिनेश गुंडू राव के पास तमिलनाडू, पुडुचेरी और गोवा का प्रभार है।

पार्टी के पदाधिकारी ने यह भी बताया, कांग्रेस के किसान सेल के प्रमुख नाना पटोले महाराष्ट्र विधानसभा में स्पीकर हैं और ओबीसी विभाग के चेयरमैन ताम्रध्वज साहू छत्तीसगढ़ सरकार में गृह मंत्री हैं। इसके अलावा अनुसूचित जाति विभाग के प्रमुख नितिन राउत महाराष्ट्र सरकार में ऊर्जा मंत्री हैं और पार्टी के संचार विभाग के चेयरमैन रणदीप सुरजेवाला को महासचिव बनाया गया है और उन्हें कर्नाटक का प्रभार भी दिया गया है। पदाधिकारी ने कहा यह सभी रिक्त पद जल्द भरे जाएंगे।

आगे कहा कि कांग्रेस हाईकमान अपना ध्यान आगामी चुनाव वाले राज्यों पर केंद्रित करेगा। इनमें से कई राज्यों में नए प्रमुखों की नियुक्ती की जाएगी। कांग्रेस ने सितंबर महीने में अधीर रंजन चौधरी को पश्चिम बंगाल का प्रमुख बनाया गया है। साल 2021 पश्चिम बंगाल के साथ अगले असम, तमिलनाडू, केरल और पुडुचेरी में भी विधानसभा चुनाव होंगे। इसके बाद 2022 में उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर, गुजरात और हिमाचल प्रदेश में भी विधानसभा चुनाव होने हैं। इसके अलावा ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के 56 सचिवों में भी बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।

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