संजय राउत ने भारत के विभाजन की तुलना अफगानिस्तान की वर्तमान स्थिति से की, जानिए क्या कहा

संजय राउत ने भारत के विभाजन की तुलना अफगानिस्तान की वर्तमान स्थिति से की, जानिए क्या कहा
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शिवसेना (Shivsena) के मुखपत्र सामना में प्रकाशित अपने साप्ताहिक स्तंभ ‘रोकटोक’ में संजय राउत ने यह भी कहा कि यदि नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) ने महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की बजाय पाकिस्तान (Pakistan) के निर्माता जनरल जिन्ना (general Jinna) को मारा होता तो विभाजन (vibhajan) को शायद रोका जा सकता था।

महाराष्ट्र (Maharashtra) में शिवसेना सांसद संजय राउत (Shivsena MP Sanjay Raut) ने आज बड़ा बयान दे दिया है। संजय राउत ने भारत (India) के विभाजन की तुलना अफगानिस्तान (Afghanistan) की वर्तमान स्थिति से की है। जानकारी के अनुसार, शिवसेना सांसद ने कहा है कि यह घटना देश की संप्रभुता और अस्तित्व की तबाही के दर्द की याद दिलाती है।

शिवसेना (Shivsena) के मुखपत्र सामना में प्रकाशित अपने साप्ताहिक स्तंभ 'रोकटोक' में संजय राउत ने यह भी कहा कि यदि नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) ने महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की बजाय पाकिस्तान (Pakistan) के निर्माता जनरल जिन्ना (general Jinna) को मारा होता तो विभाजन (vibhajan) को शायद रोका जा सकता था। 14 अगस्त को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस (vibhishika Smriti Divas) मनाने की आवश्यकता ही नहीं होती।

यह भी कहा कि अफगानिस्तान में जो वर्तमान में स्थिति बनी हुई है वे मुझे देश के अस्तित्व और संप्रभुता की तबाही की याद दिलाती है। अफगानिस्तान की सेना (Afghanistan Army) वहां से भाग गई। विभाजन के दर्द (Dard) को तब तक नहीं भुलाया जा सकता जब तक कि अलग किया गया हिस्सा वापस नहीं लिया जाता।

उन्होंने कहा कि अखंड भारत (Akhand Bharat) होना चाहिए, ऐसा हम मानते हैं। लेकिन, यह संभव हो पायेगा हमें लगता नहीं है। लेकिन उम्मीद पर तो दुनिया (world) कायम है। यदि पीएम मोदी मोदी अखंड हिंदुस्तान Hindustan चाहते हैं तो उनका स्वागत है। मगर उनको बताना होगा कि पाकिस्तान के 11 करोड़ मुसलमानों (Muslims) को लेकर उनका किया प्लानिंग (planning) है।

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