धारा 370 हटाने से तिलमिलाए पाकिस्तान ने भेजे थे 148 आतंकवादी, भारतीय सेना ने कर दिया सफाया

धारा 370 हटाने से तिलमिलाए पाकिस्तान ने भेजे थे 148 आतंकवादी, भारतीय सेना ने कर दिया सफाया
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बुधवार 5 अगस्त को भारत द्वारा जम्मू-कश्मीर से धारा-370 और 35ए को हटाने की पहली वर्षगांठ है। इससे तिलमिलाए पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि को खराब करने के लिए एक प्रॉपगेंडा अभियान चलाया हुआ है जिसमें कश्मीर में बड़े पैमाने पर आतंकवादियों की मदद से हिंसा और आतंक फैलाना भी शामिल है।

बुधवार 5 अगस्त को भारत द्वारा जम्मू-कश्मीर से धारा-370 और 35ए को हटाने की पहली वर्षगांठ है। इससे तिलमिलाए पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि को खराब करने के लिए एक प्रॉपगेंडा अभियान चलाया हुआ है जिसमें कश्मीर में बड़े पैमाने पर आतंकवादियों की मदद से हिंसा और आतंक फैलाना भी शामिल है।

रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि प्रदेश में तैनात सुरक्षाबलों के पास इस नापाक पाकिस्तानी मंसूबे पर पानी फेरने के लिए बेहद सटीक रणनीति तैयार है। मौजूदा साल में इसका प्रयोग करते हुए बीते 30 जुलाई तक अलग-अलग मुठभेड़ों में सुरक्षाबलों ने कुल 148 आतंकवादियों को मौत के घाट उतार दिया है।

जून में सवार्धिक सफाया

सुरक्षाबलों द्वारा आतंकियों के सफाए के इस अभियान में सबसे ज्यादा आतंकवादी बीते अप्रैल से कश्मीर घाटी में मार गिराए गए हैं। जनवरी से अप्रैल तक कुल 116 आतंकियों को मारा गया। इसमें सबसे ज्यादा 49 आतंकी जून के महीने में कश्मीर घाटी में अलग-अलग मुठभेड़ों में मार गए।

घाटी में आतंकवाद आज भी चुनौती

आतंकियों का बड़े पैमाने पर मारा जाना यह इशारा करता है कि जम्मू-कश्मीर में आज भी आतंकवाद एक बड़ी चुनौती बना हुआ है, जिसके खिलाफ हमारे सुरक्षाबल मुस्तैदी से डटे हुए हैं। सुरक्षाबलों द्वारा आतंकी समूहों के शीर्ष नेतृत्व के सफाए के बाद से कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों में उछाल देखने मिल रहा है।

आईईडी ब्लास्ट की 6 साजिश विफल

सुरक्षा एजेंसियों की चौकसी की वजह से 2020 में आतंकियों की 6 आईईडी ब्लास्ट करने की साजिश को भी नाकाम किया गया है। बीते 30 जुलाई तक आतंकवादियों से जुड़ी हुई 70 घटनाएं छिपपुट घटनाएं हुई हैं जबकि पिछले साल अब तक यह आंकड़ा 107 पर था।

घाटी में मौजूद 200 आतंकी

इस साल कश्मीर में मारे गए 14 आतंकवादियों में हिजबुल मुजाहिद्दीन, जैश-ए-मोहम्मद और लश्करे तैयबा के टॉप कमांडर शामिल हैं। आतंकियों की स्थानीय स्तर पर भर्ती में भी गिरावट देखने को मिल रही है। इस वक्त कश्मीर घाटी में 200 से कम आतंकी मौजूद हैं।

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