केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने शाहीन बाग प्रदर्शन की तुलना खिलाफत आंदोलन से की, जानिए क्या था खिलाफत आंदोलन

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने शाहीन बाग प्रदर्शन की तुलना खिलाफत आंदोलन से की, जानिए क्या था खिलाफत आंदोलन
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केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने शाहीन बाग की तुलना 1919 में हुए खिलाफत आंदोलन से की है। साथ ही शाहीन बाग में बच्चे की मां सुसाइड बॉम्ब बताया है। क्योंकि महिला ने अपने मृत बच्चे की तुलना शहीद से की थी।

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने शाहीन बाग को लेकर बड़ा बयान दिया है। शाहीन बाग में प्रदर्शन की तुलना आजादी से पहले हुए खिलाफत आंदोलन से की है। साथ ही देश वासियों को आगाह कर सतर्क रहने के लिए कहा है।

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि शाहीन बाग में बच्चा ठंड में मर जाता है। महिला कहती है कि मेरा बेटा शहीद हुआ है। ये सुसाइड बॉम्ब नहीं है तो क्या है? अगर भारत को बचाना है तो सुसाइड बॉम्ब से बचाना होगा। उन्होंने कहा कि खिलाफत आंदोलन दो से देश को सजग करना होगा।

क्या था खिलाफत आंदोलन (What Is Khilafat Andolan)

आजादी से पहले मुस्लिमों की तरफ से धार्मिक आंदोलन किया गया था। 1919 से 1922 तक मुस्लिमों की तरफ से धार्मिक और राजनीतिक आंदोलन किया गया था। जिसका उद्देश्य अंग्रेजों पर दबाव बनाकर तुर्की के खलीफा के पद की पुन: स्थापना कराना था। हालांकि उस वक्त मुस्लिमों पर इसका कोई असर नहीं था। लेकिन अफवाह के चलते मुस्लिमों ने पूरे इस्लाम पर इसे हमला मान लिया था।

गिरिराज सिंह ने क्यों की तुलना

गिरिराज सिंह ने शाहीन बाग आंदोलन की तुलना अब खिलाफत आंदोलन से करते हुए खिलाफत आंदोलन 2 कहा है। इसके पीछे गिरिराज सिंह का मानना है कि सीएए-एनआरसी का असर सिर्फ देश से बाहर के लोगों पर पड़ेगा। लेकिन देश के मुस्लिमें इसे अपने खिलाफ मानकर आंदोलन कर रहे हैं।



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